नई दिल्ली। कृषि से संबंधित विधेयक लाना नरेंद्र मोदी सरकार के लिए बड़ा झटका साबित हो रहा है। भाजपा का पुराना सहयोगी शिरोमणि अकाली दल इस अध्यादेश का विरोध कर रहा है। गुरुवार को जब बिल को लोकसभा में पेश किया गया तो शिरोमणि अकाली दल के सांसद सुखबीर सिंह बादल ने विरोध किया। उन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी की सांसद हरसिमरत कौर बादल इसके विरोध में मंत्रिपद से इस्तीफा देंगी।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि हमने ये फैसला बिल के विरोध में लिया है। हम इस बिल का विरोध करते हैं। इससे 20 लाख किसानों पर असर पड़ेगा। आजादी के बाद हर राज्य ने अपनी योजना बनाई। पंजाब की सरकार ने पिछले 50 साल खेती को लेकर कई काम किए। पंजाब में किसान खेती को अपना बच्चा समझता है। पंजाब अपना पानी देशवासियों पर कुर्बान कर देता है।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को राजग गठबंधन छोड़ने की चुनौती दी थी। गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि बादल परिवार अब भी सरकार के साथ चिपके हुए हैं जबकि मोदी सरकार किसानों के खिलाफ बिल ला रही है। ऐसे में शिरोमणि अकाली दल के नौटंकी से पंजाब के किसानों का वह नुकसान वापस नहीं होगा, जो उन्होंने पहले किया है।