बंगलुरू। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। कहा, हम तीन पड़ोसी देशों के धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का काम कर रहे हैं जबकि कांग्रेस उनके खिलाफ रैली निकाल रही है। कांग्रेस पाकिस्तान के खिलाफ नहीं, शरणार्थियों के खिलाफ बोल रही है।

प्रधानमंत्री मोदी आज ही दो दिवसीय कर्नाटक दौरे पर बंगलूरू पहुंचे। सबसे पहले वह तुमकुरु के श्री सिद्धगंगा मठ पहुंचे जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित किया और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

प्रधानमंत्री ने कहा, “पाकिस्तान का निर्माण धर्म के आधार पर हुआ था। वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जाता है। प्रताड़ित लोग शरणार्थी के तौर पर भारत आने के लिए मजबूर हैं। लेकिन, कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलती हैं बल्कि वे इन शरणार्थियों के खिलाफ रैलियां निकाल रहे हैं। अब ये हर भारतीय का मानस बन चुका है कि विरासत में जो समस्याएं हमें मिली हैं, उनको हल करना ही होगा। समाज से निकलने वाला यही संदेश हमारी सरकार को प्रेरित भी करता है और प्रोत्साहित भी करता है।” 

उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से सामान्य लोगों के जीनव में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास शुरू हुए। “भारत ने 21वीं सदी के तीसरे दशक में नई ऊर्जा और नए जोश के साथ प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि पिछले दशक की शुरुआत के समय देश में किस तरह का माहौल था। लेकिन यह तीसरा दशक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।”

अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “2014 के बाद से ही सामान्य मानवीय के जीनव में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास भारत ने किए हैं। आज खुले में शौच से देश को मुक्त करने का संकल्प, गरीब बहनों को धुएं से मुक्ति का संकल्प और किसानों, छोटे व्यापारियों, श्रमिकों को पेंशन का संकल्प सिद्ध हो रहा है। हमने धारा 370 को खत्म करके कश्मीर को आतंकवाद और अनिर्णय की स्थिति से मुक्त किया है। हम पड़ोसी देशों से धार्मिक रूप से पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान कर रहे हैं और शांति, सद्भाव के लिए भगवान राम की जन्मभूमि पर एक राम मंदिर भी बनाया जा रहा है।”

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