नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में एकाएक तेज उछाल के साथ ही हालात भयावह होते दिख रहे हैं। शनिवार सुबह आधिकारिक तौर पर बताया गया कि आज करीब 90 हजार कोरोना मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में स्थित सबसे ज्यादा समेत ज्यादा खराब है। छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर प्रचंड रूप धारण करती जा रही है। यहां के दुर्ग जिले में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। हालात ऐसे हैं कि श्मशानों में जगह कम पड़ रही है। दरअसल, कोरोना से मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है जिस कारण श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी जगह कम पड़ रही है।
छत्तीसगढ़ में बेकाबू होते कोरोना पर काबू पाने के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव कोशिश का दावा कर रहा है लेकिन स्थिति फिलहाल नियंत्रण से बाहर ही नजर आ रही है। दुर्ग जिला अस्पताल की मोर्चरी से भयावह तस्वीर सामने आई। गंभीर मरीजों को अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड नहीं मिल रहे हैं। वहीं रोजाना होने वाली मौतों की वजह से मोर्चरी के फ्रिजर में भी शव रखने की जगह नहीं है। यहां कुल 22 शव कोरोना के संदिग्ध मरीजों के 12 बाई 18 के कमरे में रखे गए थे। इसमें 8 शव फ्रिजर और शेष 14 शव खुले में बेतरतीब ढंग से पड़े हुए थे।
दुर्ग में जिला प्रशासन ने पूर्ण लाकडाउन का आदेश जारी कर दिया है। 6 से 14 अप्रैल तक दुर्ग जिला पूरी तरह लाक रहेगा। बेमेतरा जिला के शहरी सीमा में दोपहर 2 बजे के बाद लाकडाउन का फैसला किया गया है। प्रदेश के कई जिलों में साप्ताहिक बाजारों पर भी रोक लगा दी गई है। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने अपने सभी अधिकारियों- कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। प्रदेश के 20 जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाना पड़ा है।