नई दिल्ली। चार दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में हालात बद से बदतर होने की आशंका जताई थी। शनिवार को सुबह जो रिपोर्ट आयी है वह साफ तौर पर बता रही है कि हालात बेकाबू हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 89,129 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 12,392,260 हो गई है। पिछले सात महीने में सामने आए ये सर्वाधिक नए मामले हैं। इससे पहले 20 सितंबर 2020 को एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा 92,605 नए मामले सामने आए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 714 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 164110 हो गई। इससे पहले 21 अक्टूबर को 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 717 मामले सामने आए थ।
आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 24वें दिन नए मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 6,58,909 हो गई है। देश में अभी तक कुल 1,15,69,241 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 714 लोगों की मौत हुई, उनमें से अकेले महाराष्ट्र के 481, पंजाब के 57, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के 16-16, केरल और दिल्ली के 14 और तमिलनाडु के 12 लोग शामिल थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमण के 89,129 के नए मामले सामने आए हैं जिनमें से महाराष्ट्र के 47913, कर्नाटक के 4991, छत्तीसगढ़ के 4174 और दिल्ली के 3954 और तमिलनाडु के 3290 नए मामले शामिल हैं।
पिछले एक सप्ताह में रोजाना आने वाले मामलों में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। यह संख्या 62 हजार से पार करते हुए 90 हजार के पास पहुंच चुकी है। एक हफ्ते पहले 28 मार्च को एक दिन में 62,714 नए मामले सामने आए थे, 29 मार्च को यह संख्या बढ़कर 68,020 हो गई। 30 मार्च को 56211, 31 मार्च को 53480, एक अप्रैल को 72330 और 2 अप्रैल को 81466 नए मामले सामने आए थे। इस रफ्तार से अनुमान लगाया जा सकता है कि कोरोना के दूसरी लहर किस कदर खथरनाक हो चुकी है।
महाराष्ट्र में हालात चिंताजनक
महाराष्ट्र में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां शुक्रवार को 47,913 नए मरीज मिले। 24,126 मरीज ठीक हुए और 481 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 29.04 लाख लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 24.57 लाख लोग ठीक हुए हैं, जबकि 55,379 की मौत हुई है। यहां फिलहाल करीब 3.90 लाख लोगों का इलाज चल रहा है।