नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान 16 जनवरी से शुरू होने वाला है। उससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगाह किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। साथ ही लोगों को इस बीमारी से सतर्क रहने और कोरोना प्रोटोकॉल का लगातार पालन करने की अपील की है।

मंगलवार को यहां प्रेस वार्ता में मंत्रालय ने कहा कि कोरोना की स्थिति पूरे विश्व में चिंताजनक है। भारत में कोरोना के मामले लगातार घट रहे हैं। इसके बावजूद हमें कोताही नहीं बरतनी है और लगातार सावधान रहना है। 

मंत्रालय के मुताबिक, भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना संक्रमण के फिलहाल 7593 मामले हैं जबकि मौत के मामले प्रति 10 लाख पर 109 हैं। देश में पिछले हफ्ते मृत्यु दर 1.2 प्रतिशत रही। भारत में कोरोना संक्रमण पर बेहतर स्थिति का कारण यहां पर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बेहतर समन्वय रहा है। सभी लोगों को इस समन्वय को बनाकर रखना है। 

मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन और दवाई के लिए मई 2020 में टास्क फोर्स बनाई गई थी। यही कारण है कि कोरोना वैक्सीन की लड़ाई में आज भारत मजबूत स्थिति में खड़ा है। देश में अब तक कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (CoVaccine) के टीकों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। ये दोनों ही टीके सभी मापदंडों पर खरे उतरे हैं। इसके अलावा जाइडस कडीला वैक्सीन को फेज 3 ट्रायल की अनुमति दे दी गई है जबकि स्पूतनिक का फेज 3 ट्रायल देश में चल रहा है। इसके चलते अगले कुछ महीनों में देश को कई नई कोरोना वैक्सीन मिल जाएंगी। 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि फाइजर वैक्सीन की प्रति डोज के दाम  1400 रुपये से ज्यादा हैं। इसकी दो डोज की कीमत 2800 रुपये से ऊपर पड़ेगी। मॉडर्ना के टीके की कीमत 2300 से 2700 रुपे प्रति डोज पड़ेगी। सिनो फार्म टीके की कीमत 5650 रुपये प्रति डोज है। स्पूतनिक डोज की रूस में कीमत 734 रुपये प्रति डोज रखी गई है। भारत में यह डोज कितने में मिलेगी, इसका अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है।

सबसे सस्ता कोरोना का टीका भारत में

भारत में कोविशील्ड टीके की कीमत मात्र रुपये प्रति डोज रखी गई है। यह दुनिया की सबसे सस्ती और प्रभावी डोज है। सरकार ने 1 करोड़ 10 लाख डोज के लिए सीरम इंस्टिटयूट को ऑर्डर किया है। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि लोग बिना जानकारी पाए कोरोना वैक्सीन के दामों पर सवाल उठा रहे हैं, जो उचित नहीं है।

भारत में 16 जनवरी को शुरू होगा कोरोना वैक्सीनेशन

मंत्रालय ने कहा कि देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन के लिए राज्य सरकारों के साथ बढ़िया तालमेल के साथ काम चल रहा है। वैक्सीनेशन के लिए तीन बार ड्राई रन हो चुके हैं और अभियान में शामिल लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। अभियान को सफल बनाने के लिए जनभागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। सरकार की कोशिश रहेगी कि वैक्सीन अभियान का असर दूसरी स्वास्थ्य सेवाओं पर न पड़े।

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