नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हारने के कई दिन बाद कांग्रेस यानी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने शर्मनाक प्रदर्शन की समीक्षा की। सोमवार को यहां हुई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी में “चीजों को दुरुस्त” करने का आह्वान करने के साथ ही सुधार की जरूरत पर बल दिया।
सोनिया गांधी ने कहा, “हमें इन गंभीर झटकों का संज्ञान लेने की जरूरत है। यह कहना कम होगा कि हम बहुत निराशा हैं। मेरा इरादा है कि इन झटकों के कारण रहे हर पहलू पर गौर करने के लिए एक छोटे का समूह का गठन करूं और उससे बहुत जल्द रिपोर्ट ली जाए।” कांग्रेस अध्यक्ष ने असम और केरल की हार तथा पश्चिम बंगाल में एक भी सीट न मिलन को अत्यंत निराशाजनक बताया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमें इसे समझना होगा कि हम केरल और असम में मौजूदा सरकारों को हटाने में विफल क्यों रहे तथा बंगाल में हमारा खाता तक क्यों नहीं खुला? इन सवालों के कुछ असहज करने वाले सबक जरूर होंगे लेकिन अगर हम वास्तविकता का सामना नहीं करते, अगर हम तथ्यों को सही ढंग से नहीं देखते तो हम सही सबक नहीं लेंगे।” उन्होंने आगे कहा, ‘‘ये चुनाव नतीजे स्पष्ट तौर पर बताते हैं कि हमें अपनी चीजों को दुरुस्त करना होगा।”
सोनिया ने कहा, ‘‘जब हम गत 22 जनवरी को मिले थे तो हमने फैसला किया था कि कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव जून के मध्य तक पूरा हो जाएगा। चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने चुनाव कार्यक्रम तय किया है।
कोरोना नियंत्रण को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला
सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना नियंत्रण को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार नाक़ाम रही है। इस मामले में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग दोहराते हुए उन्होंने कोरोना को अप्रत्याशित स्वास्थ्य संकट बताते। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से इससे निपटने में हरसंभव सहयोग की अपील की।
गौरतलब है कि असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।