दिल्ली में भूकंप की तीव्रता 5.6 आंकी गई। चंबा में भूकंप के झटके को 3.2 जबकि मंडी में आए दूसरे झटके को 3.8 तीव्रता का बताया है।
नई दिल्ली। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) बुधवार को चार दिन के भीतर फिर भूकंप के झटकों से हिल गया, हालांकि इससे जान-माल की किसी क्षति की खबर नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बुधवार को प्रातः 10 बजकर 17 मिनट पर धरती में कंपन महसूस किया गया। भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर (गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, बल्लभगढ़, नोएडा, गाजियाबाद आदि।) के साथ ही जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी महसूस किए गए।
दिल्ली में अधिकारियों के अनुसार भूकंप की तीव्रता रेक्टर स्केल पर 5.6 आंकी गई। उधर शिमला भूकंप केंद्र ने चंबा में 3.51 बजे आए भूकंप के झटके को 3.2 जबकि मंडी में आए दूसरे झटके को 3.8 तीव्रता का बताया है। पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन के 40 किलोमीटर नीचे उत्तर-पश्चिम कश्मीर में श्रीनगर से 118 किलोमीटर दूर बताया गया है।
भूकंप की वजह से फिलहाल किसी भी जगह से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि दहशत के कारण लोग घर-कार्यालयों के बाहर आ गए।
चार दिन पहले भी शनिवार शाम दिल्ली और एनसीआर में शनिवार शाम को छह बजे के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की रेक्टर स्केल पर 6.4 थी और इसका केंद्र हिंदूकुश की पर्वत श्रृंखला में 200 मीटर भीतर था।
भूवैज्ञानिकों के अनुसार, सन् 1950 में असोम में आए भूकंप ने हिमालय में एक बड़े भूकंप की जमीन तैयार कर दी है। इस भूकंप के बाद 65 साल बीत गए हैं और संभव है कि कोई विकराल भूकंप आने ही वाला हो।