नई दिल्ली।आज एक बार फिर चुनाव आयोग ने आप के ईवीएम  हैक करने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि ‘वैसा ही दिखने वाला’ उपकरण उसकी (चुनाव आयोग की) मशीन नहीं है। बता दें कि आज दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्धाज ने ईवीएम जैसी ही एक मशीन पर डैमो दिखाकर दावा किया ईवीएम को कैसे हैक किया जा सकता है।


आप के दावों पर तंज कसते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि ‘किसी के लिए भी ये संभव है कि वो चुनाव आयोग के ईवीएम जैसा इलैक्ट्रोनिक गैजेट बनाए, इसका डैमो कर जादू दिखाए।’ आयोग ने यह भी संकेत दिया कि अगर आप नेताओं ने दिल्ली विधानसभा उपचुनाव में प्रयोग की गई ईवीएम को अपने डेमो के लिए लिया होगा तो यह गंभीर मामला होगा और इसमें चोरी का केस दर्ज किया जा सकता है।

आयोग ने कहा कि अभी इस बारे में जानकारी नहीं मिली है कि दिल्ली विधानसभा में जो ईवीएम का उपयोग किया गया वह कहां से लाई गई और किस तरह की मशीन थी।अगर यह कोई दूसरा ईवीएम जैसा मॉडल था तो फिर आयोग को कोई आपत्ति नहीं हैं।आयोग ने यह भी कहा कि आप नेताओं की ओर से डेमो में दावा किया गया कि मदर बोर्ड बदली जा सकती है या फिर कोड बदलकर वोटिंग प्रभावित हो सकती है, उनके ये दावे पूरी तरह गलत हैं।आयोग के सूत्रों के अनुसार ये सभी चुनाव के दौरान लॉक होते हैं और कोई इसे बदल नहीं सकता है।

लेकिन चुनाव आयोग ईवीएम सहित पूरी चुनावी प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल से चिंतित है। मालूम हो कि चुनाव आयोग ने पहले ही ईवीएम के मुद्दे पर सभी दलों की दलील को सुनने के लिए 12 मई को एक सर्वदलीय बैठक बुला रखी है।


सूत्रों के अनुसार इसमें राजनीतिक दल के अलावा कुछ एक्सपर्ट्स को भी बुलाया जा रहा है। मीटिंग में आयोग ईवीएम से जुड़े तमाम सवालों और संदेहों को सुनेगा और उन्हें दूर करने की कोशिश करेगा।खबर ये भी है कि अगर इस बैठक में दल संतुष्ट नहीं हुए तो फिर आगे ईवीएम को हैक करने की चुनौती दी जा सकती है। दरअसल 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद कई विपक्षी दलों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे।तब से यह विवाद लगातार चल रहा है।आम आदमी पार्टी के अलावा मायावती, अखिलेश यादव सहित कांग्रेस ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए।

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