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नयी दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग किसी तरह का खतरा उठाने के मूड में नहीं है। उसने देश के पांच राज्यों में चुनावी रैलियों, जुलूस और रोड शो पर प्रतिबंध को एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में कोरोना संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को रखी गई बैठक में इस पर सहमति बनी।

बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव समेत संबंधित राज्यों के अधिकारी भी शामिल हुए। गौरतलब है कि बीती 8 जनवरी को पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाई थी जिसे बाद में 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था। अब इसे एक बार फिर बढ़ाया गया है।

प्रचार के दूसरे तरीकों पर छूट

सूत्रों का कहना है कि निर्वाचन आयोग ने प्रचार के दूसरे तरीकों में कुछ छूट दी है। इंडोर मीटिंग के लिए 300 या हॉल की क्षमता के अनुसार 50% तक की मंजूरी है लेकिन इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी से पहले से मंजूरी लेना अनिवार्य होगा और कोरोना के नियमों का पालन भी जरूरी है। सिर्फ सोशल मीडिया पर कैम्पेन करने की इजाजत रहेगी। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक छोटी सभाएं, घर-घर संपर्क अभियान जैसी चीजों को लेकर छूट बढ़ाने पर भी बात हुई है। 

10 फरवरी से शुरू होगा मतदान

उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में मतदान होगा- 10 फरवरी से 7 मार्च तक। उत्तराखंड और गोवा में एक साथ 14 फरवरी को वोटिंग होगी। पंजाब में 20 फरवरी को, वहीं मणिपुर, में 27 फरवरी और 3 मार्च को वोट पड़ेंगे। सब जगह नतीजे 10 मार्च को आएंगे।

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