नई दिल्ली। चक्रवात वायु के गुरुवार को गुजरात के तट पर टकराने की आशंका है। ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में रखे गए इस चक्रवात की संभावित आपदा के खतरे को देखते हुये दस जिलों को अलर्ट जारी किया गया है और इसके तट पर टकराने के 24 घंटे बाद भी ताकतवर बने रहने की आशंका जाहिर की गई है। आमतौर पर चक्रवात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ जाता है।
गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि चक्रवात वायु से उत्पन्न खतरे को देखते हुए निचले इलाकों से करीब 3.10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है और राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात कर दिया गया है।
अमित शाह ने बताया कि तटरक्षक बल, नौसेना, सेना और वायु सेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और विमानों एवं हेलीकॉप्टरों की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तूफान के पोरबंदर तथा संघ शासित प्रदेश दीव के बीच कहीं पहुंचने की आशंका है और वह लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।
रेलवे ने 70 ट्रेनें रद्द कीं
पश्चिम रेलवे ने बुधवार को बताया कि चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुये रेलवे ने 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता रवींद्र भाखर ने यह जानकरी दी।
रेलवे ने ताजा बुलेटिन में बताया कि पश्चिम रेलवे ने चक्रवात वायु से होने वाली संभावित आपदा को देखते हुये मुख्यमार्ग की 70 रेलगाड़ियों को पूरी तरह निरस्त और ऐसी ही 28 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त करते हुये गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है।
लोगों की दिक्कतों को देखते हुए पश्चिम रेलवे की विशेष राहत ट्रेनें चलाने की योजना है। ये विशेष ट्रेनें गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा से प्रत्येक जगह से चलेंगी ताकि वहां से लोगों को निकालने में मदद मिले।
गुजरात में परिवहन सेवाएं, बंदरगाह पर कामकाज रोका गया
गुजरात तट के नजदीक स्थित सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर चक्रवात ‘वायु’ को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर कामकाज अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। यह जानकारी बुधवार को राज्य सरकार की ओर से दी गई।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा, ‘राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है। ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे। ’ उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं।
चूंकि कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित सभी हवाई अड्डों को अपने संचालन पूरी तरह से बंद करने को कह दिया गया है, अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन स्थलों के लिए उड़ानें बृहस्पतिवार को रद्द रहेंगी।
शहर स्थित हवाई अड्डे की ओर से जारी बयान में कहा गया,‘अहमदाबाद से पोरबंदर, केंद्र शासित प्रदेश दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ानें कल के लिए रद्द हैं। अहमदाबाद से अन्य स्थलों के लिए उड़ानें सामान्य रूप से संचालित होंगी।
एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर सोमनाथ जिलों के प्रभावित होने की आशंका है।