नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक बार-बार अपराध करने वालों के खिलाफ दंड की शुरुआत कर रहा है। उसने वादा किया है कि जो यूजर बार-बार गलत सूचना या फेक न्यूज फैलाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें ऐसे यूजर्स के फेसबुक अकाउंट पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल है।
सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं को फैलने से रोकने के लिए सोशल मीडिया समय-समय पर कदम उठाती रहती हैं। लेकिन, कोविड-19 (कोरोना वायरस) के बारे में फैलाई जा रही गलत सूचनाओं ने इस मुद्दे की गंभीरता को समझाया है जिसके चलते कंपनियां और सख्त कदम उठाने को मजबूर हुई हैं।
फेसबुक ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है, “गलत या बहकाने वाला कंटेंट कोविड-19 या वैक्सीन, क्लाइमेट चेंज, चुनाव या अन्य मु्द्दों से जुड़ा हो सकता है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कम से कम लोगों को हमारे ऐप पर गलत सूचना दिखे। आज से हम व्यक्तिगत फेसबुक अकाउंट से बार-बार की जा रही न्यूज फीड का वितरण कम कर देंगे। इसकी पहचान हमारे फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स की ओर से की जाएगी।”
अलर्ट टूल भी लॉन्च
फेसबुक ने यूजर्स के लिए एक अलर्ट टूल भी लॉन्च किया है। यह टूल यूजर्स को फैक्ट चेकिंग पार्टनर की ओर से रेटिड कंटेंट से एंगेज होने से पहले नोटिफाई करेगा। इस नए टूल से यूजर्स को विश्वसनीय सूचना की पहचान करने में आसानी होगी। फेसबुक का कहना है कि वह यूजर्स को पॉप-अप के जरिए किसी भी पेज को लाइक करने से पहले उपयोगी जानकारी देना चाहता है। इसका उद्देश्य बार-बार गलत सूचना फैलाने वाले फेसबुक पेज से यूजर्स को दूर रखना है।