नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बुधवार को अचानक ज्यादा बिगड़ गई। वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले 9 हफ्ते से भर्ती हैं। एम्स की तरफ से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों में पूर्व प्रधानमंत्री की तबियत ज्यादा बिगड़ गई है और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी यूरिन इंफेक्शन और सांस लेने में तकलीफ की समस्या बढ़ गई है।
सुबह करीब 8.50 बजे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह वाजपेयी का हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे। उनसे पहले गुरुवार सुबह उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू एम्स पहुंचे और उन्होंने पूर्व पीएम का हालचाल जाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में एम्स पहुंचने वाले हैं। वहीं, एम्स की तरफ से जल्द ही मेडिकल बुलेटिन जारी किया जा सकता है।
एम्स के बाहर वाजपेयी के समर्थकों का जमावड़ा
इससे पहले बुधवार रात को ही पूर्व पीएम की तबियत ज्यादा बिगड़ने की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य केंद्रीय मंत्री और नेता उनका हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे। उनके अलावा एम्स के बाहर वाजपेयी के समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है। लिहाजा अस्पताल के भीतर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
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दरअसल, गुर्दा नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण की शिकायत के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को बीते 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। 93 वर्षीय वाजपेयी मधुमेह के शिकार हैं और उनका एक ही गुर्दा काम करता है।
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाजपेयी के स्वास्थ्य की जानकारी दी थी। डॉ. गुलेरिया के नेतृत्व में वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य की देखरेख कर रही है। डॉ. गुलेरिया पिछले 30 वर्षों से वाजपेयी के स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं. वाजपेयी काफी समय से बीमार चल रहे हैं।
Vice President M Venkaiah Naidu arrives at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) where former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee is admitted. Vajpayee’s condition is critical & he is on life support system. #Delhi pic.twitter.com/3St6ZBnHwk
— ANI (@ANI) August 16, 2018
वह नई दिल्ली में 6-ए कृष्णामेनन मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहते हैं। उन्होंने उठने-बैठने और बोलने में परेशानी होती है। कुछ समय से तो उन्हें लोगों को पहचानने में भी दिक्कत हो रही है। उनके निवास पर ही एम्स के डॉक्टरों की टीम उनकी देखरेख के लिए तैनात थी। बता दें कि जून, 2001 में वाजपेयी के घुटनों का ऑपरेशन हुआ था उसके बाद उनका स्वास्थ लगातार गिरने लगा था।
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