श्रीनगर। ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने एक गोपनीय खत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ को भेज, कश्मीर के प्रति हाल ही में पाकिस्तान द्वारा अपनाए गए रवैये पर अपना आभार जताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से गत दिनों पाकिस्तान ने कश्मीर के प्रति अपना स्टैंड स्पष्ट किया है, उससे कश्मीर में भारत के खिलाफ जारी आंदोलन में नई जान आ गई है।
गिलानी ने यह खत अपने तीन विश्वस्तों के जरिए नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों तक पहुंचाया है। यह प्रतिनिधिमंडल पहली सितंबर को ही दिल्ली पहुंचा था।
इस खत में गिलानी ने लिखा कि गत 23 अगस्त को एनएसए स्तर की वार्ता रद होने से पूर्व पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर जो स्पष्ट और सख्त रवैया भारत के समक्ष अपनाया, इससे कश्मीरी राष्ट का पक्ष और मजबूत हुआ है। पाकिस्तान के इस रवैये से हिंदुस्तान को कश्मीर मुद्दे के प्रति जवाबदेह बनाने में मदद मिलेगी और उसे अपना अडिय़ल रवैया बदलना ही पड़ेगा।
गिलानी के मुताबिक, कश्मीर भारत-पाक के बीच कोई जमीनी मसला नहीं है। यह सवा करोड़ लोगों के जज्बात और पहचान का मसला है। कश्मीर के लोग बीते साठ साल से अपने बुनियादी हक हक-ए-खुद इरादियत के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने खत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी जनता के प्रति आभार जताया है।
हुर्रियत चेयरमैन ने अपने खत में कश्मीर की भौगोलिक और राजनीतिक अहमियत का जिक्र करते हुए कहा कि इस पर भारतीय कब्जा पाकिस्तान के लिए भी घातक है।
उन्होंने खत में एक जगह लिखा है कि कश्मीर में जारी भारत के खिलाफ आंदोलन पूरी तरह पाकिस्तान की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। राजनीतिक रूप से स्थिर और एक मजबूत पाकिस्तान कश्मीर समस्या को कश्मीरियों की भावनाओं के अनुरूप हल करने के लिए बहुत जरूरी है। पाक प्रधानमंत्री को अफगानिस्तान और ईरान जैसे पड़ोसी मुल्कों के साथ अपने संबंध मजबूत बनाने की सलाह भी दी है।