नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे सीमांत क्षेत्र में श्रीगंगानगर जिले के छत्तरगढ़ के पास गुरुवार तड़के करीब 3 बजे युद्धाभ्यास के दौरान बड़ा हादसा हो गया। सेना की जिप्सी में आग लगने से 3 जवान जिंदा जल गए जबकि 5 जवानों की हालत गंभीर है। मृतकों में एक सूबेदार शामिल हैं। आसपास के ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया। हालांकि, हादसे की वजह का और शहीद जवानों के नामों का यह समाचार लिखे जाने तक खुलासा नहीं हुआ था।

शुरुआत में खबर आई थी कि जिप्सी के नहर में पलटने से आग लग गई। अगर ऐसा होता तो पानी से आग बुझ जाती। इसलिए माना जा रहा है कि जिप्सी में युद्धाभ्यास के लिए बारूद या कुछ अन्य ज्वलनशील पदार्थ रखे थे, जिनमें आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि जवानों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।

घायल जवानों को सूरतगढ़ के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिन तीन जवानों की मौत हुई है उनके परिवारीजनों को सूचना दे दी गई है।

बठिंडा की 47-एडी यूनिट के थे जवान

जवान सेना के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि हादसा करीब दो से तीन बजे के बीच हुआ। युद्धाभ्यास के तहत जवानों का एक वाहन सूरतगढ़-छत्तरगढ़ रोड पर इंदिरा गांधी नहर की आरडी 330 के पास था। तभी ये हादसा हुआ। इसमें तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए।

सेना के प्रवक्ता ने बताया कि यह रुटीन युद्धाभ्यास था जिसके तहत जवानों को अलग-अलग टास्क दिए जाते हैं। इसी टास्क को पूरा करते समय यह हादसा हुआ है। सेना के ये जवान बठिंडा की 47-AD यूनिट के बताए जा रहे हैं। ये सभी जवान युद्धाभ्यास के लिए सूरतगढ़ आए हुए थे।

ग्रामीणों ने आग बुझाई

हादसे का पता चलते ही आसपास के ग्रामीण सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने ही सबसे पहले आग पर पानी डालकर बुझाया लेकिन तब तक 3 जवान जल चुके थे। ग्रामीणों की सूचना पर राजियासर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और 5 गंभीर घायल जवानों को अस्पताल ले जाया गया। तीनों शवों को सूरतगढ़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।

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