प्रकाश नौटियाल, देहरादून: उत्तराखण्ड की राजनीति में अपने को वन मैन शो कहलाने वाले पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को आखिर भाजपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब उनके इस बयान, विनाश काले विपरीत बुद्धि, कांग्रेस की सरकार आने वाली है, के बाद से हरक सिंह के कांग्रेस के टिकट पर डोईवाला सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। साथ ही पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं रावत के लिए लैंसडाउन से टिकट मांगा है।
डॉ. हरक सिंह रावत रविवार को पूरे दिन राजनीतिक सुर्खियों में छाए रहे। कल भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों पर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद से यह माना जाने लगा कि, वह कांग्रेस में जाएंगे।
बताया जा रहा है कल रात साढ़े11 बजे उनकी कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके 10 जनपथ स्थित आवास पर मुलाकात हो चुकी है और आज सोमवार को वह कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।
हालांकि, कांग्रेस की ओर से अभी इस तरह की कोई पुष्टि नहीं की गई है पर, हरक ने तो भाजपा पर हमला भी बोल दिया है। कहा कि, उत्तराखण्ड में कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत से आने वाली है। मैं अब कांग्रेस से बातचीत करूंगा और कांग्रेस में ही जाऊंगा। बिना शामिल हुए भी कांग्रेस के लिए काम करूंगा।
मेरे सबसे अच्छे संबंध, मुझसे बिना बात किए लिया इतना बड़ा निर्णय
हरक सिंह ने कहा कि मेरे सबसे अच्छे संबंध थे। उन्होंने मुझे बिना बात किए हुए इतना बड़ा निर्णय ले लिया। कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मुझे दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया है। ट्रैफिक के चलते थोड़ी देर हो गई। मैं उनसे और गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहता था। लेकिन जैसे ही दिल्ली पहुंचा, मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि उन्होंने (भाजपा ने) मुझे निकाल दिया।मुझे लगता है कि विनाश काले विपरीत बुद्धि।
…चार साल पहले ही छोड़ देता भारतीय जनता पार्टी
उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में अगर नहीं आया होता तो भाजपा को चार साल पहले ही छोड़ देता। मुझे कोई मंत्री पद का शौक नहीं है। मैं सिर्फ काम करना चाहता था। मैं अब कांग्रेस पार्टी से बात करूंगा। बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर से उन्हें पार्टी में शामिल करने को लेकर पहले ही हरी झंडी दी जा चुकी है। दोनों के बीच पुरानी बातों को लेकर जो भी तल्खी थीं, उन्हें दूर कर लिया गया है।