UP : इलाहाबाद में महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी के पौत्र अखिलेश त्रिपाठी का निधन हो गया। अखिलेश त्रिपाठी पर बुधवार को बम से हमला किया गया था।जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को अस्पताल में अखिलेश त्रिपाठी की मौत हो गई।निराला जी के पौत्र के निधन पर साहित्य जगत के लोग में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने मुताबिक, जांच में पता चला कि बाइक सवार दो युवकों ने निशाना किसी और को बनाया था। जिसमें वो कामयाब भी हुए, लेकिन अखिलेश द्वारा बदमाशों को देख लेने पर बदमाशों ने अखिलेश की ओर भी बम फेंक दिया।इस बमबाजी में अखिलेश भी गंभीर रूप से झुलस गए थे, जिसके चलते गुरुवार को उनकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, हमला उस वक्त हुआ, जब अखिलेश सब्जी लेने दारागंज सब्जी मंडी गए हुए थे।पीठ पर गिरा बम, सब्जी बेचने वाली दो महिलाएं भी घायलअखिलेश त्रिपाठी दारागंज सब्जी मंडी में अनारा देवी की सब्जी की दुकान पर सब्जी खरीद रहे थे।वह सब्जी छांटने के लिए झुके ही थे तभी गोली बम चलने शुरू हो गए। इसमें एक बम उनके कमर के पास पीठ में लगा और उनकी रीड की हड्डी समेत पूरी कमर उड़ गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, हेलमेट लगाकर आए बाइक सवार बदमाशों ने बालू ठेकेदार गगन निषाद पर हमला किया था। बदमाशों ने तमंचे से गगन पर फायर किया, जिससे गोली लगने के बाद गगन जमीन पर गिर पड़ा। पास खड़े अखिलेश ने आवाज सुनकर बदमाशों की ओर देखा तो बदमाशों ने मंडी में दहशत फैलाने के लिए बमबाजी शुरू कर दी। इसमें अखिलेश समेत 4 लोग झुलस गए थे।बमबाजी मैं सब्जी बेच रही महिला अनारा देवी और गुड़िया देवी भी जख्मी हुई।
दारागंज के पक्की सड़क (निराला मार्ग) पर बक्शी खुर्द मोहल्ले में महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के वंशज रहते हैं। महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के प्रपौत्र अखिलेश त्रिपाठी चार भाइयों में सबसे छोटे थे। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्राचार विभाग में कार्यरत थे।
उनके बड़े भाई गिरिजेश त्रिपाठी निराला की मौत हो चुकी है। दूसरे नंबर के भाई अमरेश त्रिपाठी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रशासनिक अधिकारी हैं। तीसरे नंबर के अवधेश त्रिपाठी भी गवर्नमेंट इम्प्लॉई हैं।अखिलेश त्रिपाठी की पत्नी का नाम मिथिलेश त्रिपाठी है। उनके दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी तनु प्रिया त्रिपाठी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एम.ए फाइनल इयर के स्टूडेंट है। जबकि छोटी बेटी अनुप्रिया त्रिपाठी अभी नाइंथ क्लास में पढ़ रही है।
बड़े भाई की मौत के बाद पितृपक्ष में श्राद्ध और पिंडदान का जिम्मा छोटे होने की वजह से अखिलेश त्रिपाठी पर था।