जम्मू। केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के संघषर्विराम उल्लंघन के खिलाफ सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है जो पिछले कई दशकों में नहीं दिखा था।

उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान जो कुछ कर रहा है, वह हर कोई जानता है। उसका न सिर्फ अभी शत्रुतापूर्ण रूख है बल्कि वह पिछले 70 साल से ऐसा कर रहा है।लेकिन अब यह अंतर है कि जिस तरह की जवाबी कार्रवाई भारत की ओर से की जा रही है वैसी दशकों से नहीं दिखी है और सीमा पर रह रहे लोग इस बात के गवाह हैं।’ सिंह ने कहा कि हम सभी को आश्वस्त होना चाहिए कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है और उसकी सरजमीं से होने वाली किसी भी ओछी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

नियंत्रण रेखा पर पिछले दो दिनों से गोलीबारी

राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पिछले दो दिनों से गोलीबारी हो रही है।राजौरी के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि 2,694 से अधिक परिवार (10,042 लोग) गोलाबारी में प्रभावित हुए हैं। इसमें दो मौतें हुई है, छह लोग घायल हुए हैं, 65 मवेशी मारे गए हैं और खड़ी फसल को नुकसान पहुंचने के अलावा कई मकान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।

भारी गोलाबारी से नौशेरा के आठ गांव बुरी तरह से प्रभावित

उन्होंने बताया कि राजौरी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगे 64 गांवों में 23 गांव नौशेरा सब – डिवीजन में स्थित हैं जहां आठ गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं और शेष 15 गांव को मामूली नुकसान पहुंचा है। नियंत्रण रेखा के पार से होने वाली गोलाबारी के मद्देनजर राजौरी में अब तक 298 परिवारों के 1,114 लोगों को नौशेरा स्थित पांच शिविरों में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि भारी गोलाबारी से नौशेरा के आठ गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं जिनमें खाम्बा, सरया, भावनी, कलसियां, मानपुर, दानका, खोरी और गानया शामिल हैं।

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