नई दिल्ली। पुलित्जर अवॉर्ड विजेता भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की कंधार में हत्या कर दी गई। अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममूदे ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर दी है। दानिश की हत्या उस वक्त की गई, जब वे स्पिन बोल्डक जिले में थे। एक रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत अफगान सेना और विरोधियों के बीच हुई गोलीबारी के दौरान हुई। हालांकि अभी तक स्पष्ट तौर पर कुछ सामने नहीं आया है। दानिश सिद्दीकी अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रायटर से जुड़े हुए थे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के रहने वाले दानिश ने हाल ही में अफगानिस्तान की स्पेशल फोर्सेस के मिशन की रिपोर्टिंग की थी। इस मिशन के दौरान अफगानिस्तानी फोर्सेस एक ऐसे पुलिसवाले को रेस्क्यू कर रहे थे, जो अपने साथियों से अलग हो गया था और तालिबानियों के साथ लगातार लड़ता रहा। दानिश की इस रिपोर्ट में दिखाया गया था कि तालिबानियों ने किस तरह रॉकेट से अफगानी फोर्सेस के काफिले पर हमला किया था।
दो हफ्ते पहले मिले थे अफगान एम्बेस्डर
अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममूदे ने ट्वीट में लिखा है- कंधार में गुरुवार रात दोस्त दानिश की हत्या कर दी गई। इस घटना से बहुत दुखी हूं। भारतीय जर्नलिस्ट और पुलित्जर पुरस्कार विजेता दानिश सिक्युरिटी फोर्सेस के साथ थे। मैं उनसे 2 हफ्ते पहले मिला था, तब वे काबुल जाने वाले थे। उनकी परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
तालिबान और अफगानिस्तान की सेना के बीच भीषण संघर्ष
अफगानिस्तान में बीते कुछ समय से तालिबान और अफगानिस्तान की सेना के बीच संघर्ष काफी बढ़ गया है। जब से अमेरिका ने यहां से अपनी फौजों को समेटना शुरू किया है तब से ही तालिबान ने यहां पर अपने पांव फैलाने शुरू कर दिए हैं। तालिबान के नेताओं के मुताबिक वो यहां के 80 फीसद से अधिक इलाके पर कब्जा कर चुका है। अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते कदमों की आहट से इसके पड़ोसी देश काफी चिंतित हैं।