नई दिल्ली। महाराष्ट्र के अमरावती की सरकारी कोरोना वायरस लैब के एक टेक्नीशियन ने मार्यादा की सभी सीमाएं लांघ दीं। इस शर्मनाक घटना में कोरोना टेस्ट के लिए एक युवती के प्राइवेट पार्ट से सैंपल लिया गया। प्राइवेट पार्ट से सैंपल लिये जाने के बाद युवती ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने आरोपित लैब टेक्नीशियन को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने कहा है कि यह युवती एक सर्विस स्टोर में काम करती है। हाल ही में वह एक कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ गई थी जिसके बाद 28 जुलाई को स्टोर के सभी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट एक सरकारी लैब- कोविड ट्रॉमा सेंटर- में किया गया। थ्रोड स्वैब लेने के बाद लैब टेक्नीशियन ने बताया कि उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। ऐसे में अब उसका यूरिन टेस्ट कराना होगा।
यूरिन टेस्ट कराने के बाद जब युवती अपने घर गई तो अपने भाई को इसके बारे में बताया। भाई को शक हुआ तो उसने डॉक्टर से संपर्क किया। इस पर पता चला कि कोरोना वायरस टेस्ट के लिए यूरिन टेस्ट की जरुरत ही नहीं होती है। इसके बाद युवती ने पुलिस को लैब टेक्नीशियन के हरकतों के बारे में बताया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।