नई दिल्ली : सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी। चार मिनट के बयान में उन्होंने पूरी घटना का मिनट टु मिनट ब्योरा दिया। रक्षा मंत्री ने इस दौरान सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और बाकी 11 सैन्य अफसरों को श्रद्धांजलि दी। यह पहला मौका है, जब सरकार की ओर से इस घटना के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक तौर पर दी गई है। राजनाथ सिंह ने बताया कि इस घटना को लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं और सीडीएस के साथ ही सभी जवानों का अंतिम संस्कार पूरे मिलिट्री सम्मान के साथ किया जाएगा।
रक्षा मंत्री ने बताया कि जनरल रावत वेलिंग्टन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में पहले से शेड्यूल्ड टूर पर थे। कल (बुधवार) 11 बजकर 48 मिनट पर उनके हेलिकॉप्टर ने टेक ऑफ किया। उन्हें 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था लेकिन 12 बजकर 08 मिनट पर उनके हेलिकॉप्टर ने एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से कॉन्टेक्ट खो दिया।
स्थानीय लोग हादसे वाली जगह पर पहुंचे, उन्होंने मिलिट्री हेलिकॉप्टर को जलते हुए देखा। टीमें भी पहुंचीं, उन्होंने क्रैश साइट से सैन्य अधिकारियों को रिकवर करने की कोशिश की। रेस्क्यू के बाद घायलों को वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल पहुंचाया गया। यहां सीडीएस रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई।
मृतकों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल शामिल हैं। हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। वे वेलिंग्टन के अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने की कोशिश जारी है। सीडीएस रावत और उनकी पत्नी का शव आज शाम दिल्ली लाया जाएगा। सेना के सभी अधिकारियों का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को कल ही भेज दिया गया था। एयर मार्शल रामेंद्र सिंह के नेतृत्व में जांच के आदेश दे दिए हैं।