पोरबंदर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले भारतीय तटरक्षक बल के कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार दोपहर श्यामनगर स्थित घर पहुंचा तो शोक की लहर छा गई। पत्नी आवृत्ति नैथानी पति का शव देखते ही फफक पड़ीं। उन्होंने सुधीर को एक मार्मिक पत्र भी लिखा।

पार्थिव शरीर के पास चिट्ठी रखकर बोलीं- हमें आप पर गर्व है सुधीर। तुम हमेशा अपनी नौकरी और देश सेवा के लिए तत्पर रहे। प्लीज चिट्ठी को जरूर पढ़ लेना। हम सब ठीक हैं… तुम जहां भी हो अपना ख्याल रखना। मां ने भी बिलखते हुए बेटे से पूछा- बाबू अब हम तुम्हारे बिना कैसे जिएंगे। अगले जनम में फिर मेरे ही घर आना। इस मार्मिक दृश्य को जिसने भी देखा, आंखें भर आईं।

बिठूर में होगा अंतिम संस्कार

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। शाम को पार्थिव शरीर चकेरी एयरफोर्स स्टेशन भिजवाया गया, जहां से बुधवार को कानपुर देहात के शिवली हरकिशनपुर स्थित पैतृक गांव ले जाया जाएगा। इसके बाद, बिठूर में अंतिम संस्कार होगा।

सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी नवाब सिंह यादव के पुत्र सुधीर यादव भारतीय तटरक्षक बल में कोस्टगार्ड पायलट थे। रविवार दोपहर पोरबंदर में एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) दुर्घटनाग्रस्त होने से सुधीर समेत तीन लोग बलिदान हो गए थे।

मंगलवार को लखनऊ एयरपोर्ट से सुधीर का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से श्याम नगर स्थित आवास लाया गया। दोपहर करीब डेढ़ बजे पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। मां ने फफकते हुए कहा- मेरे दोनों बेटों धर्मेंद्र और सुधीर की जोड़ी बिल्कुल रामलखन जैसी थी। अब यह जोड़ी टूट गई। सुधीर का शव देख बिलख रही मां राजमणि को पति नवाब सिंह यादव ने संभाला।इस दौरान स्वजन, रिश्तेदारों और मुहल्ले वालों के अलावा सपा विधायक मो. हसन रूमी, पूर्व विधायक रघुनंदन भदौरिया, एडीएम सिटी डा. राजेश कुमार, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह, एसीपी चकेरी दिलीप कुमार व कोस्टगार्ड कानपुर और पोरबंदर यूनिट के अधिकारियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

सुधीर का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा देख स्वजन के आंसू नहीं थमे। करीब तीन घंटे पार्थिव शरीर को आवास में रखने के बाद वापस सेवेन एयरफोर्स अस्पताल स्थित मर्च्युरी ले जाया गया। यहां से बुधवार सुबह स्वजन पैतृक गांव हरकिशनपुर ले जाएंगे। वहां श्रद्धांजलि सभा के बाद वापस बिठूर में दोपहर को अंतिम संस्कार किया जाएगा। यहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।

ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लाया गया पार्थिव शरीर

सुधीर का पार्थिव शरीर लखनऊ से विशेष विमान से कड़ी सुरक्षा में लाया गया। इस दौरान उन्नाव की सीमा तक लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने पहुंचाया। इसके बाद उन्नाव पुलिस ने कानपुर की सीमा तक एंबुलेंस को पहुंचाया। शहर की सीमा में पहुंचते ही कमिश्नरेट पुलिस ने ग्रीन कारिडोर बनाकर रामादेवी होते हुए पार्थिव शरीर को उनके घर श्याम नगर तक पहुंचाया।पत्नी ने सुधीर की याद में स्मृति गेट की मांग की

राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला भी संवेदना व्यक्त करने के लिए सुधीर के आवास पर पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने पत्नी आवृत्ति को गले से लगा लिया। आवृत्ति व उनके स्वजन ने सुधीर की याद में गांव में गेट या कोई स्मारक बनाए जाने की मांग की। इस पर प्रतिभा शुक्ला ने तुरंत एसडीएम से बात कर बुधवार को सुबह तक पूरा इंतजाम करने के लिए कहा।

कोल्ड काफी थी पसंद, यूनिफार्म में बसती थी जान

कोस्टगार्ड के अधिकारियों से बातचीत के दौरान पत्नी आवृत्ति नैथानी ने बताया कि सुधीर को कोल्ड काफी पसंद थी। देशसेवा उनके के लिए एक जज्बा था। वह ड्यूटी पर जाने से एक दिन पहले ही अपनी यूनीफार्म को इस तरह चमकाकर रखते थे। यूनीफार्म में उनकी जान बसती थी।लखनऊ में 11:30 बजे उतारा गया पार्थिव शरीर

हादसे में जान गंवाने वाले कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह जामनगर से विशेष विमान के जरिए लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट पर लाया गया। इसके बाद चकेरी पुलिस के साथ बड़े भाई धर्मेंद्र व स्वजन शव लेने पहुंचे। वहां से एयरफोर्स की एंबुलेंस से कानपुर कोस्टगार्ड यूनिट के अधिकारी दोपहर डेढ़ बजे श्याम नगर स्थित आवास पहुंचे।

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