नयी दिल्ली। अब पूरे देश में एक समान कर प्रणाली यानि जीएसटी लागू हो गया। अब सस्ती कार या अन्य सामान के लिए दूसरे राज्य या शहर नहीं जाना पड़ेगा। शुक्रवार रात जैसे ही घड़ी ने 12 बजाये संसद भवन के सेण्ट्रल हाॅल में बुलाये गये विशेष संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने घण्टा बजाकर जीएसटी लागू करने की घोषणा की। पहली जुलाई से ‘एक देश, एक कर’ की व्यवस्था साकार हो जाएगी।
संसद में जीएसटी समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि जीएसटी लागू होना देश के लिए बहुत लाभदायक है। उन्होंने इसे स्वयं के लिए भी निजी उपलब्धि बताया। कहा- अब देश के विभिन्न हिस्सों में लगने वाले अलग-अलग टैक्स, विभिन्न प्रकार के छिपे हुए टैक्स आदि सब खत्म हो गये। इनके स्थान पर केवल एक कर प्रणाली काम करेगी। ये आर्थिक आजादी है। इससे देश में कालेधन पर रोक लगेगी और विकास को गति मिलेगी। जीएसटी का काम एक काउंसिल को दिया गया था। यह लागू होना एक ऐतिहासिक घटना है।
इससे पूर्व सदन को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चाणक्य, सरदार बल्लभ भाई पटेल, पण्डित नेहरु, डा. राजेन्द्र प्रसाद जैसे आदर्श नेताओं को भी याद किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद कोई भ्रम नहीं होगा। पूरे देश कोई भी वस्तु या सेवा एक ही दर पर मिलेगी। इससे टैक्स आतंकवाद और इंस्पेक्टर राज से मुक्ति मिलेगी। कालाधन पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि यह जीएसटी केवल हमारी उपलब्घि नहीं है। यह साझी विरासत है। इसके लिए विभिन्न सरकारों, राजनीतिक दलों और लोगों ने काम किया है। यह साझा और समग्र प्रयास का प्रतिफल है।
#GST is a disruptive change no doubt. It is similar to introduction of the VAT, when there was initial resistance: President Mukherjee pic.twitter.com/nqYJWbjHyQ
— ANI (@ANI) June 30, 2017
इससे पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी के बारे में विस्तार से बताया। हालांकि विपक्ष ने इस आयोजन का बहिष्कार किया था।