नई दिल्ली। हरियाणा के मंत्री और भाजपा नेता अनिल विज ने आज गांधी को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, धीरे-धीरे नोटों से भी महात्मा गांधी हटेंगे, नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर से नोटों की कीमत घट गई। गांधी का नाम जुड़ने से खादी भी डूब गई। विज ने कहा कि मोदी ने खादी को बढ़ावा दिया है, मोदी ज्यादा बड़े ब्रांड नेम हैं। उनके नाम से खादी की बिक्री में 14% का इजाफा हुआ है।https://twitter.com/ANI_news/status/820184558461009920
It is his personal opinion and has nothing to do with the party: Haryana CM Manohar Lal Khattar on Anil Vij pic.twitter.com/Cg9RDv5dG2
— ANI (@ANI) January 14, 2017
BJP strongly condemns statement of Anil Vij,its his personal remark & not party's stand. Mahatma Gandhi is our icon: Shrikant Sharma,BJP pic.twitter.com/WX1IQZUlFo
— ANI (@ANI) January 14, 2017
विज के बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई। भाजपा ने भी अनिल विज के बयान की कड़ी निंदा की है। भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। महात्मा गांधी हमारे आइकन हैं। बाद में अनिल विज ने सफाई देते हुए कहा, महात्मा गांधी पर यह मेरा निजी बयान है, किसी की भावना को चोट पहुंचाना नहीं चाहता हूं इसलिए मैं अपना बयान वापस लेता हूं।
खादी और ग्रामोद्योग निगम (केवीआईसी) के डायरी और कलेंडर पर महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने पर विवाद शुरू हो गया है और विपक्षी दलों ने इस मामले में पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। वहीं सरकार और भाजपा ने विवाद को ‘अनावश्यक’ करार देकर खारिज कर दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी कहा कि विवाद गैरजरूरी है क्योंकि केवीआईसी में ऐसा कोई नियम नहीं है कि इसके डायरी और कलेंडर में केवल गांधीजी की तस्वीर होनी चाहिए। केवीआईसी के अध्यक्ष वीके सक्सेना ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि इस तरह का कोई नियम या परिपाटी नहीं है कि इन चीजों पर केवल महात्मा गांधी की तस्वीर प्रकाशित की जा सकती है।