मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी का क्रिश्चियन कॉलेज ग्राउंड शुक्रवार को भारतीय राजनीति के ऐतिहासिक क्षणों का गवाह बना। दो दशक से भी अधिक लंबे समय के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक मंच पर नजर आए। लखनऊ में 2 जून 1995 को हुए कुख्यात गेस्ट हाउस कांड के साथ तल्ख हुए रिश्तों को भुलाते हुए सपा-बसपा ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन किया है। हालांकि इस रैली में भी मायावती गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करना नहीं भूलीं। उन्होंने बार-बार मुलायम सिंह यादव को जिताने की अपील की और उन्हें पिछड़े वर्ग का असली और जन्मजात नेता बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लोगों से कहा कि वे पिछड़ों के नकली नेता से सावधान रहें और धोखा न खाएं। 

रैली में उमड़ी भारी भीड़ को देखकर उत्साहित मायावती ने कहा कि आपके जोश को देखकर ऐसा लग रहा है कि आप सपा संरक्षक को रिकॉर्डतोड़ वोटों से जीत दिलाएंगे। इसके बाद 2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए कहा कि आप इसके बारे में जानना चाहते हैं लेकिन मैं समय बर्बाद न करते हुए इतना ही कहूंगी कि देशहित में हमें ऐसे कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। इसीलिए ये गठबंधन भी हुआ है।

मायावती ने कहा कि इसमें संदेह नहीं कि मुलायम जी ने समाजवादी बैनर तले कई पिछड़ी जातियों को अपनी पार्टी में जोड़ा है। मैनपुरी को विकसित किया है। मैनपुरी से इस विशेष लगाव के चलते उम्र के तकाजे के बाद भी आखिरी सांस तक इस सीट की सेवा का संकल्प लिया है। 

चौकीदारी की नाटकबाजी भी उसे बचा नहीं पाएगीः मायावती

मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि इस चुनाव में असली-नकली पिछड़ों की पहचान करना और सावधानी बरतना जरूरी है। अब धोखा खाने की जरूरत नहीं। मेरठ की रैली में मोदी ने हमारे गठबंधन के बारे में अनाप-शनाप बोला था, उन्हें पूरे जोरशोर से जवाब देना है। अब चौकीदारी की नाटकबाजी भी उसे बचा नहीं पाएगी।

मायावती ने अखिलेश यादव को मुलायम का एकमात्र उत्तराधिकारी बताते हुए कहा कि वे पूरी निष्ठा से उनकी विरासत को संभाले हुए हैं। इनका जोशोखरोश से साथ दीजिए। अंत में जय भीम, जय लोहिया और जय भारत बोलकर और अखिलेश को मंच पर बुलाकर उन्होंने भाषण का समापन किया।

अखिलेश ने जताया मुलायम का आभार

अखिलेश यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही मायावती का आभार जताया। उन्होंने कहा- सबसे पहले मायावती जी का धन्यवाद। उन्होंने जनता से मुलायम सिंह यादव को जिताने की अपील की है।  मायावती जी के सहयोग से हम सभी लोग, मैनपुरी की जनता नेताजी को ऐतिहासिक जीत दिलाएंगे। सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश नाजुक समय से गुजर रहा है। किसान दुखी हैं। यह बड़ा चुनाव देश के भविष्य का है। भाजपा कहती है  कि नया भारत बनाना है, गठबंधन कहता है कि नया पीएम बनाना है। अखिलेश ने भी प्रधानमंत्री मोदी की जाति पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कागज पर पिछड़े हैं और हम जन्म से पिछड़े हैं।

मुलायम ने कहा- यह हमारा अंतिम चुनाव

इससे पहले रैली की शुरुआत में सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने माइक संभाला। उनको अखिलेश यादव सहारा देकर माइक तक ले गए। मुलायम ज्यादा देर नहीं बोले। उन्होंने कहा- यह हमारा अंतिम चुनाव है। मैनपुरी से हमको भारी बहुमत से जिता देना। मुलायम ने कहा कि मायावती जी का हम सम्मान करते हैं, आप सब भी करना। उनका बहुत सम्मान करना आप लोग। मैं इनका बड़ा अहसान कभी नहीं भूलुंगा।

मुलायम सिंह पर उम्र का दबाव और अस्वस्थता साफ दिख रही थी। मुलायम जब मंच पर पहुंचे तो मायावती संकोच के साथ एक-एक कदम आगे बढ़ाकर उन तक पहुंची और उनको हाथ पकड़कर सहारा भी दिया।

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