सीबीआई की जांच में यह पाया गया पाया था कि प्रथमदृष्ट्या यादव परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बनता है।
नई दिल्ली। आय से अधिक संपत्ति मामले में सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता व कांग्रेस नेता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने शीर्ष अदालत में अर्जी दायर कर मांग की है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्योरो (सीबीआई। को मुलायम सिंह यादव. अखिलेश यादव और प्रतीक यादव की संपत्तियों की जांच की रिपोर्ट सीबीआई कोर्ट या न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के निर्देश दिए जाएं।
याचिका में कहा गया है कि सीबीआई ने यह जांच कर ली थी और पाया था कि प्रथमदृष्ट्या यादव परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बनता है। 2013 में किए एक आकलन में यह संपत्ति 24 करोड़ रुपये से अधिक पाई गई थी।लेकिन, जांच पूरी हुए छह साल बीतने के बाद भी सीबीआई ने यह रिपोर्ट किसी अदालत में पेश नहीं की है।
विश्वनाथ चतुर्वेदी की एक जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मार्च 2007 में सीबीआई को मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव व उनकी पत्नी डिम्पल यादव तथा भाई प्रतीक यादव की संपत्तियों की जांच करने का आदेश दिया था। हालांकि 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने डिम्पल यादव को इस मामले से यह कह कर बाहर कर दिया था कि वह किसी सार्वजनिक पद पर नहीं थीं।