अभिनेता व नेता दोनों ने कहा, लोकतंत्र व अल्पसख्यकों के अधिकार के बारे में हमें न सिखलाएं।
नई दिल्ली। लगता है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के गृह-नक्षत्र अच्छे नहीं चल रहे। घरेलू से लेकर अंतरराष्ट्रीय तक हर मोर्चे पर छीछालेदर के बाद अब भारत के मामले में टांग अड़ाना भी उन्हें भारी पड़ा। फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के एक बयान पर भारत को नसीहत देने की कोशिश की ही थी कि नसीर और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी दोनों ने उन्हें घेर लिया। पहले नसीर ने लताड़ा, फिर ओवैसी ने फजीहत कर दी। कहा- अल्पसंख्यकों को अधिकार कैसे दिए जाते हैं, यह बात वह हमसे सीख सकते हैं। दरअसल, इमरान ने नसीर के बयान को आधार बनाते हुए भारत पर एक दिन पहले ही निशाना साधा था।
ओवैसी ने कहा, पाकिस्तान के संविधान के अनुसार सिर्फ एक मुस्लिम ही वहां का राष्ट्रपति बन सकता है लेकिन भारत में अब तक अल्पसंख्यक समुदाय से कईराष्ट्रपति बन चुके हैं। यह बिल्कुल सही समय है खान साहब हमसे, हमारी विविधता और अल्पसंख्यकोंको अधिकार देने के तरीके से कुछ सीखने का।
इमरान ने ये कहा था
इमरान ने शनिवार को पाकिस्तान में एक कार्यक्रम में कहा था किनसीरुद्दीन शाह ने मुस्लिमों के बारे में जो कहा, वह मोहम्मद अली जिन्ना बहुतपहले कह चुके थे। भारत में मुस्लिमों के साथ भेदभाव किया जाता है। वह प्रधानमंत्रीमोदी को बताएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।
उनके इस बयान के बाद नसीर ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा था, ‘मुझे लगताहै कि मिस्टर खान को सिर्फ उन मुद्दों पर ही बात करनी चाहिए जो उनके देश सेसंबंधित हैं, न कि उनमुद्दों पर जिनका उनसे वास्ता ही नहीं है। हम पिछले 70 सालों से एक लोकतंत्र हैं औरजानते हैं कि हमें अपनी देखभाल कैसे करनी है।’