नई दिल्ली। यह समाचार आपको डराने के लिए नहीं बल्कि सावधान करने के लिए है। इस कठिन कोरोनाकाल में आप पूरी सावधानी बरतें और स्वयं को, अपने परिवार को और समाज को इस खतरनाक संक्रमण से बचाएं। दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इसका जो स्ट्रेन भारत में हाहाकार मचा रहा है, उससे भी 15 गुना ज्यादा खतरनाक स्ट्रेन आंध्र प्रदेश में मिला है। यह इतना ज्यादा खतरनाक है कि 3-4 दिन में ही ऑक्सीजन लेवल को बुरी तरह डाउन कर देता है। सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के वैज्ञानिकों ने इसे AP Strain और N440K नाम दिया गया है।

इस स्ट्रेन से संक्रमित होने वाले मरीज 3-4 दिनों में हाइपोक्सिया या डिस्पनिया के शिकार हो जाते हैं। मतलब यह कि मरीज के फेफड़े तक सांस पहुंचना बंद हो जाती है। सही समय पर इलाज और ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिला तो मरीज की मौत हो जाती है।

वैज्ञानिको के मुताबिक, सबसे पहले इसकी पहचान आंध्र प्रदेश के कुरनूल में हुई। ये आम लोगों के बीच काफी तेजी से फैलता है। सबसे चिंता की बात है कि इस वैरिएंट के आगे अच्छे इम्यूनिटी वाले लोग भी फेल हो जा रहे हैं। मतलब ये ऐसे लोगों को भी नहीं छोड़ रहा जिनकी इम्यूनिटी मजबूत है। इस नए स्ट्रेन के चलते लोगों के शरीर में साइटोकाइन स्टॉर्म की समस्या आती है।

युवाओं और बच्चों में तेजी से फैला

वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह स्ट्रेन युवाओं और बच्चों पर तेजी से हावी हो रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर समय रहते इसकी चेन को तोड़ा नहीं गया तो कोरोना की ये दूसरी लहर और भी ज्यादा भयावह हो सकती है। ये मौजूदा स्ट्रेन B1617 और B117 से कहीं ज्यादा खतरनाक है।

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