नई दिल्ली । नोटबंदी पर राहुल गांधी और ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की। राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी का काले धन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, यह आर्थिक स्वतंत्रता, गरीब लोगों पर एक हमला है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री को नोटबंदी का ‘असली’ कारण बताना चाहिए। जबकि ममता ने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि नोटबंदी ‘एक बड़ा घोटाला है, ‘अच्छे दिन’ के नाम पर मोदी सरकार ने किसानों, गरीब लोगों को लूटा है’।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘गरीब लोग पीड़ित हो रहे हैं, पीएम जवाब दें कि इस पीड़ा के लिए कौन जिम्मेदार है।’ राहुल ने कुछ विपक्षी नेताओं से मुलाकात के बाद कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार से लड़ रह रहे हैं लेकिन वह अपने खिलाफ लगे निजी आरोपों का जवाब नहीं दे रहे हैं।’
ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी की वजह से देश 50 दिनों में 20 साल पीछे चला गया है।
गौरतलब है कि नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरने के लिए कांग्रेस ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया था लेकिन इस संवाददाता सम्मेलन में विपक्षी दलों की एकजुटता नजर नहीं आई। इस संवाददाता सम्मेलन में सीपीएम, एनसीपी, जेडीयू समेत कई राजनीतिक दल शामिल नहीं हुए। बता दें कि कांग्रेस ने संयुक्त बैठक के लिए एनसीपी, जेडीयू, लेफ्ट और कुछ अन्य विपक्षी पार्टियों से संपर्क साधा ताकि मोदी और उनकी सरकार पर हमला तेज किया जा सके।
जेडीयू का कहना है कि इस बैठक का न तो कोई साफ एजेंडा है और न ही इसका कोई नतीजा निकलेगा। बैठक से पहले उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया। वहीं वामदलों का कहना है कि इस तरह की बैठकों को कामयाब बनाने के लिए पहले से सभी दलों से राय-मशविरा होनी चाहिए थी। नोटबंदी के मुद्दे पर सोनिया गांधी ने आज दोपहर तीन बजे दिल्ली में बैठक बुलाई है। विपक्ष के बाकी दलों ने कांग्रेस के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है।
भाषा