नई दिल्लीः विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद विपक्षी दलों के महागठबंधन बनाने के बयान पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने तंज कसा है। रामविलास पासवान ने कहा कि ‘एक कहावत है कि सौ लंगड़े मिलकर भी एक पहलवान नहीं बन सकते’

यूपी उत्तराखंड  में बीजेपी की बंपर जीत ने विपक्षी दलों के फिर से अपनी रणनीति पर विचार करने को मजबूर कर दिया है।कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने 2019 में मोदी मैजिक को मात देने के लिए सुझाव दिए हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर का यह कहना कि इस वक्त कांग्रेस अकेले मोदी को नहीं हरा सकती और राहुल गांधी को वही करना चाहिए जो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2004 में किया था. ‘ जब अय्यर से पूछा गया कि क्या आज अकेले कांग्रेस सक्षम है बीजेपी को रोकने में तो जवाब मिला – ‘यह सवाल करने की क्या जरूरत है।आंकड़े देख लीजिए, साफ नज़र आता है। मूर्ख ही होगा जो कहेगा कि आज के दिन मोदी को अकेले हम हरा सकते हैं, लेकिन बुद्धिशाली होगा जो कहेगा कि 2019 में हम जीत सकते है और हम जीत जाएंगे।

जेडीयू और आरजेडी ने इसके लिए कांग्रेस का समर्थन किया है।जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि जब तक देश के तमाम राजनीतिक दल भाजपा को हराने के लिए एक मंच पर नहीं आते हैं तब तक प्रधानमंत्री मोदी को हराना संभव नहीं है।अगर मायावती ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के साथ हाथ मिलाया होता तो फिर वहां की तस्वीर कुछ और होती।

जदयू के नेता विनोद कुमार यादव और वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि नीतीश कुमार ही पीएम मोदी को टक्कर दे सकते हैं और इस मुहिम में सभी को साथ देना होगा।

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