नई दिल्ली । भारत ने मुम्बई हमले के सूत्रधार जमात-उद-दवा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज सईद और चार अन्य को पाकिस्तान द्वारा हिरासत में लेने की खबर पर बहुत सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने जेयूडी और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को निगरानी सूची में डालने से संबंधित पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के आदेश वाली खबरें देखी हैं।

उसने वह अधिसूचना भी देखी है जिसके तहत फाउंडेशन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) प्रस्ताव संख्या 1267 के तहत उसके आतंकवाद निरोधक कानून की दूसरी अनुसूची में शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘हमने इस बात का भी संज्ञान लिया है कि हाफिज सईद और चार अन्य एहतियाती हिरासत में रखे गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हाफिज सईद और अन्य के खिलाफ के कल के आदेश जैसी कवायद पहले भी पाकिस्तान कर चुका है। मुम्बई आतंकवादी हमले के सूत्रधार और सीमापार आतंकवाद के शामिल संगठनों पर भरोसेमंद कार्रवाई ही केवल पाकिस्तान की ईमानदारी का सबूत होगा।’ प्रवक्ता ने कहा कि भारत पहले से कहता रहा है कि ज्ञात आतंकवादी संगठनों एवं व्यक्तियों को सूचीबद्ध करने और उन्हें प्रतिबंधित करने से जुड़े यूएनएससी 1267 प्रावधानों को सभी सदस्य देशों द्वारा प्रभावी एवं ईमानदारी पूर्वक लागू किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘हमने सदैव ज्ञात आतंकवादियों को 1267 पाबंदियों के दायरे में लाने की मांग की है।’ जेयूडी कार्यकर्ताओं के अनुसार सईद जब लाहौर की मस्जिद-ए-कुदसिया चौबुर्जी में था तब पुलिस पंजाब के गृह मंत्रालय के हिरासत आदेश को लागू करने वहां पहुंची। पंजाब के गृह मंत्रालय ने देश के गृह मंत्रालय के 27 जनवरी के एक निर्देश पर यह कदम उठाया।’

भाषा

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