नई दिल्ली। (One year of the second term of the Narendra Modi government) नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल (Modi Govt 2.0) को शनिवार को एक साल पूरा हो गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदार दास मोदी ने देशवासियों के नाम एक पत्र लिखकर पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी और देश के भविष्य को लेकर अपना दृष्टिकोण पेश किया है। उन्होंने अपने पत्र की शुरुआत में लिखा है, “आज से एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा। देश में दशकों बाद पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने ज़िम्मेदारी सौंपी थी। इस अध्याय को रचने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में आज का यह दिन मेरे लिए, अवसर है आपको नमन करने का, भारत और भारतीय लोकतन्त्र के प्रति आपकी इस निष्ठा को प्रणाम करने का।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “यदि सामान्य स्थिति होती तो मुझे आपके बीच आकर आपके दर्शन का सौभाग्य मिलता। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से जो परिस्थितियां बनी हैं, उन परिस्थितियों में, मैं इस पत्र के द्वारा आपके चरणों में प्रणाम करने और आपका आशीर्वाद लेने आया हूं।”
कोई भी आपदा भारत का भविष्य तय नहीं कर सकती
पत्र में मोदी ने कहा है कि देशवासियों की आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति करते हुए हम तेज गति से आगे बढ़ ही रहे थे कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी ने भारत को भी घेर लिया। एक ओर जहां अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं और विशाल अर्थव्यवस्था वाली विश्व की बड़ी-बड़ी महाशक्तियॉं हैं, वहीं दूसरी ओर इतनी बड़ी आबादी और अनेक चुनौतियों से घिरा हमारा भारत है। कई लोगों ने आशंका जताई थी कि जब कोरोना भारत पर हमला करेगा तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा। लेकिन, आज सभी देशवासियों ने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है। आपने ये सिद्ध करके दिखाया है कि विश्व के सामर्थ्यवान और संपन्न देशों की तुलना में भारतवासियों का सामूहिक सामर्थ्य और क्षमता अभूतपूर्व है। हर अवसर पर आपने ये दिखाया है कि एक भारत ही श्रेष्ठ भारत की गारंटी है। प्रधानमंत्री ने जौर देकर कहा कि कोई भी आपदा भारत का भविष्य तय नहीं कर सकती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र में अर्थव्यस्था को लेकर प्रमुख बातें
1. राजग सरकार के पहले कार्यकाल में जहां विश्व में भारत की आन-बान-शान बढ़ी, वहीं सरकार ने गरीबों के बैंक खाते खोलकर उन्हें मुफ्त गैस कनेक्शन देकर, मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर, शौचालय बनवाकर, घर बनवाकर, गरीब की गरिमा भी बढ़ाई।
2. उस कार्यकाल में सरकार ने वन रैंक वन पेंशन, वन नेशन वन टैक्स (GST) और किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की बरसों पुरानी मांगों को भी पूरा करने का काम किया।
3. वर्ष 2019 में देश की जनता का आशीर्वाद देश के बड़े सपनों के लिए था, आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए था। इस एक साल में लिए गए फैसले इन्हीं बड़े सपनों की उड़ान है।
4. भारत की इस ऐतिहासिक यात्रा में देश के हर समाज, हर वर्ग और हर व्यक्ति ने बखूबी अपना दायित्व निभाया है। “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” मंत्र को लेकर आज देश सामाजिक हो या आर्थिक, वैश्विक हो या आंतरिक, हर दिशा में आगे बढ़ रहा है।
5. गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त करना सरकार की प्राथमिकता रही है।
6. अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के दायरे में देश का प्रत्येक किसान आ चुका है। बीते एक वर्ष में इस योजना के तहत 9 करोड़ 50 लाख से ज्यादा किसानों के खातों में 72 हजार करोड़ रुपये से अधिक राशि जमा कराई गई है।
7. देश के 15 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में पीने का शुद्ध पानी पाइप से मिले, इसके लिए जल जीवन मिशन शुरू किया गया है।
8. हमारे 50 करोड़ से अधिक के पशुधन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मुफ्त टीकाकरण का बहुत बड़ा अभियान भी चलाया जा रहा है।
9. देश के इतिहास में यह भी पहली बार हुआ है जब किसान, खेत मजदूर, छोटे दुकानदार और असंगठित क्षेत्र के श्रमिक साथियों, सभी के लिए 60 वर्ष की उम्र के बाद 3 हज़ार रुपये की नियमित मासिक पेंशन की सुविधा सुनिश्चित हुई है।
10. मछुआरों की सहूलियत बढ़ाने के लिए, उनको मिलने वाली सुविधाएं बढ़ाने और ब्लू इकॉनॉमी को मजबूत करने के लिए विशेष योजनाओं के साथ-साथ अलग से विभाग भी बनाया गया है।
11. व्यापारियों की समस्याओं के समय पर समाधान के लिए व्यापारी कल्याण बोर्ड के गठन का निर्णय किया गया है।
12. स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लगभग 7 करोड़ बहनों को भी अब ज्यादा वित्तीय सहायता दी जा रही है। हाल में ही स्वयं सहायता समूहों के लिए बिना गारंटी के ऋण को 10 लाख से बढ़ाकर दोगुना यानी 20 लाख रुपये कर दिया गया है।
13. आज यह चर्चा भी बहुत व्यापक है कि भारत समेत तमाम देशों की अर्थव्यवस्थाएं कैसे उबरेंगी? लेकिन दूसरी ओर ये विश्वास भी है कि जैसे भारत ने अपनी एकजुटता से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी दुनिया को अचंभित किया है, वैसे ही आर्थिक क्षेत्र में भी हम नई मिसाल कायम करेंगे। 130 करोड़ भारतीय अपने सामर्थ्य से आर्थिक क्षेत्र में भी विश्व को चकित ही नहीं बल्कि प्रेरित भी कर सकते हैं।
14. आज समय की मांग है कि हमें अपने पैरों पर खड़ा होना ही होगा। अपने बलबूते पर चलना ही होगा और इसके लिए एक ही मार्ग है- आत्मनिर्भर भारत।
15. अभी हाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए दिया गया 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज इसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है। यह अभियान हर एक देशवासी के लिए, हमारे किसान, हमारे श्रमिक, हमारे लघु उद्यमी, हमारे स्टार्ट अप्स से जुड़े नौजवान, सभी के लिए, नए अवसरों का दौर लेकर आएगा।
16. भारतीयों के पसीने से, परिश्रम से और उनकी प्रतिभा से बने स्थानीय उत्पादों के दम पर भारत आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा और आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेगा।