मुंबई, 22 जनवरी। चौंकाने वाली एक घटना में महाराष्ट्र के परभनी जिले में एक जातीय पंचायत के करीब आठ पंचों ने कथित तौर पर एक महिला से यौन सुख की मांग की। ऐसा उसके पति द्वारा छह लाख रूपये का ऋण चुकाने से इंकार करने के बाद की गयी।
महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (एमएएनएस) के सफलतापूर्वक हस्तक्षेप के कारण ना केवल दंपति पर लगाए गये सामाजिक बहिष्कार को हटाया गया बल्कि पंचायत को भी भंग कर दिया गया। इस दंपति की पहचान दीपक भोरे और उसकी पत्नी के रूप में की गयी है जो ‘गोंधली’ समुदाय के हैं।