जम्मू कश्मीर : नवरात्रों के पर्व पर माता वैष्णो देवी के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की हाजरी प्रतिदिन लगना शुरू हो चुकी है।यूँ तो हर वार नवरात्रों के पर्व पर माता वैष्णो देवी के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती हैं किन्तु इस वार श्रद्धालु अपने आपको काफी भाग्यशाली मान रहे हैं क्योकि पहली बार भक्तों ने स्वर्णद्वार से माँ के दर्शन किए। माता वैष्णो देवी के दरबार में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगातार आधार शिविर कटरा में उमड़ रहा है।
प्रथम नवरात्र पर श्राइन बोर्ड द्वारा प्राकृतिक गुफा के बाहर बनाए गए स्वर्ण द्वार को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। भक्त इस द्वार से होकर माता के दर्शन करने जाएंगे।
सोने से बने इस द्वार पर मां वैष्णो देवी के नौ स्वरूपों को दर्शाया गया है। इसके अलावा ब्रह्मा, विष्णु महेश, सूर्य व भगवान हनुमान के चित्र भी उकेरे गए हैं। इसके गुंबद पर सोने का छत्र लगाया गया है।
इसके अलावा सोने व चांदी की बड़ा घंटा भी लगाया गया है। इस द्वार के निर्माण में 12 किलोग्राम सोने का उपयोग किया गया है। इसके अलावा 1200 किलो तांबा व 1100 किलो चांदी भी इस्तेमाल में लाई गई। यह द्वार दो माह में तैयार बनकर तैयार किया गया है।
पहले नवरात्र रविवार को 41 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किये। वहीं दूसरे नवरात्र पर भवन में हजारों की तदार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। माता वैष्णो देवी साइन बोर्ड के सीईओ सिमरनजीत सिंह के अनुसार भक्तों की संख्या इन नवरात्रों मेें 4 लाख पार कर जाएगी।
सिमरनजीत सिंह के अनुसार श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए हर प्रकार के बंदोबस्त माता वैष्णो देवी साइन बोर्ड द्वारा किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को हर सुविधा मुहैया करवाई जाए। उन्हें किसी भी असुविधा का सामना ना करना पड़े।
माता वैष्णो देवी के दरबार में भवन से लेकर के आधार शिविर कटरा तक विदेशी फूलों सजावट की हुई है। फूलों की सजावट श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
विशेष तौर पर नवरात्र में श्रद्धालु अपने आपको काफी भाग्यशाली मान रहे हैं कि उनको माता वैष्णो देवी की एक झलक पाने का अवसर प्राप्त हुआ है।