एनआइए को एक संदिग्ध आतकी के मोबाइल फोन और बैग में कुछ ऐसे तथ्य हाथ लगे हैं जो बताते हैं कि देश के खिलाफ कितनी बड़ी साजिश रची जा रही थी।

फाइल फोटो।

नई दिल्ली। आतंकी गतिविधियों के चलते पश्चिमी उत्‍तर से गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) का एक मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली समेत देश के कई प्रमुख स्थानों को दहलाने की साजिश रच रहा था। NIA और यूपी एटीएस ने समय रहते छापेमारी कर संदिग्धों को हिरासत में लेकर इसे नाकाम कर दिया। NIA 26 दिसंबर से लेकर अब तक कई चरणों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा, मेरठ और हापुड़ में छापेमारी कर 11 संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है।

दरअसल, खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया था कि IS की नजर दिल्ली, एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर है। यहां के युवाओं को अपने मॉड्यूल में भर्ती कर वह अपने नापाक मंसूबों में कामयाब होना चाहता है। आतंकियों की नई भर्ती के लिए युवाओं को भड़काऊ पुस्तकें व अन्य सामग्री भी भेजी गई है। यह इनपुट मिलते ही NIA और यूपी एटीएस ने दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में संदिग्ध स्थानों पर नजर रखनी शुरू कर दी। जो लोग पकड़े गए उनमें मेरठ के राधना गांव का नईम और जसौरा का अफसार भी शामिल है। NIA सूत्रों की मानें तो संदिग्धों के मोबाइल फोन, डायरी, किताबों व अन्य सामग्री से स्पष्ट हो गया कि हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम ने आत्मघाती हमले की तैयारी तकरीबन पूरी कर ली थी। गणतत्र दिवस (26 जनवरी) पर दिल्ली के अलावा उत्तर भारत में भीड़भाड़ वाले स्थानों, सरकारी प्रतिष्ठानों व अन्य कई स्थानों पर श्रृंखलाबद्ध हम विस्फोट करने की योजना थी। एनआइए को एक संदिग्ध आतकी के मोबाइल फोन और बैग में कुछ ऐसे तथ्य हाथ लगे हैं जो बताते हैं कि देश के खिलाफ कितनी बड़ी साजिश रची जा रही थी।

लाइफ जैकेट और सुसाइड जैकेट भी थए भेजे

सूत्रों की मानें तो आइएस का नया मॉड्यूल 18 जनवरी तक सभी संदिग्धों को हमले वाले स्थानों की रूपरेखा भेजने वाला था। कुछ संदिग्धों को चिह्नित स्थानों की सूची भेज भी दी गई थी। सीरियल ब्लास्ट के लिए लाइफ जैकेट और सुसाइड जैकेट भी भेजी जा रही चुकी थीं, ताकि ब्लास्ट करने वाला आतंकी कहीं फंस जाए तो वह सुसाइड जैकेट से खुद को मार सके और यदि कहीं बचना है तो लाइफ जैकेट पहनकर वहां से निकल जाए। नईम, अफसार व हापुड़ के वैट गांव निवासी शाकिब को भी इस बाबत जानकारी देने की चर्चा है।


मेरठ के एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि एनआइए को इनपुट मिला था कि देश को दहलाने की साजिश रची जा रही है। जांच करते-करते NIA की टीम मेरठ पहुंची और दो संदिग्धों को उठा लिया। हालांकि शुक्रवार सुबह हापुड़ के पिपलैड़ा गांव से हिरासत में लिए गए शहजाद को देर रात छोड़ दिया गया। शहजाद ने बताया कि उसे गांव की ही मस्जिद में मौलवी रहे मेरठ निवासी अफसार से पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया था। अफसार उसके साथ ही मस्जिद में रहता था। दिसंबर में वह यहां से अचानक चला गया पर उसकी कुछ किताबें और एक एसडी कार्ड उसके पास रह गया था। किताबें उर्दू और फारसी भाषा में लिखी हुई थीं और वह ये दोनों ही भाषाएं नहीं जानता है।

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