वाराणसी, 22 जनवरी 2016। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां पीएम ने आज वाराणसी से दिल्ली के बीच महामना एक्सप्रेस को डीरेका मैदान से हरी झंडी दिखाकर उसका उद्घाटन किया। मोदी ने यहां काशीवासियों के लिए कई नए तोहफों की घोषणा की। इस दौरान रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी वहां मौजूद थे।
हफ्ते में तीन दिन चलने वाली ये ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच की 800 किलोमीटर की दूरी 14 घंटे में तय करेगी। ट्रेन में यात्रियों के सुविधा और स्वच्छता का खासा ध्यान रखा गया है। ट्रेन के हर डिब्बे में बायो टॉयलेट और कूड़ेदान की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा एसी कोच में एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है।
पीएम मोदी ने आज दिव्यांगों (विकलांग) को उनकी जरूरत का सामान दिया। इसमें व्हील चेयर, हाथ से चलाने वाली तिपहिया साइकिल, बैसाखी और कानों की मशीन शामिल है। इतनी बड़ी तादाद में ‘दिव्यांगों’ को दिए जाने वाले ये उपकरण अपने आपमें एक विश्व रिकॉर्ड है। पीएम ने विकलांग शब्द की जगह ‘दिव्यांग’ शब्द दिया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका के नाम था। जहां एक साथ 500 लोगों को हियरिंग ऐड और 500 लोगों को व्हील चेयर दी गई थी।
इस दौरान मोदी ने दृष्टिबाधित एक छात्रा को टैबलेट दिया जो दृष्टिबाधित छात्रों के लिए उपयोगी है। साथ ही उन्होंने कई अन्य तरह के उपकरण भी छात्रों को दिया।
लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी सरकार गरीबों और दलितों के लिए है। मुझ पर चारों तरफ से हमले होते रहते हैं, लेकिन हम पूरी तरह से विकास को गरीबों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ऐसा पहला कार्यक्रम नहीं जहां विकलांगों को उपकरण मुहैया कराए जा रहे हैं। इससे पहले भी 1800 कैंप लग चुके है। इससे बिचौलियों की दुकानें बंद हो गई। नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर वाराणसी की सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूपी की राजधानी लखनऊ भी जाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी का लखनऊ में यह पहला दौरा है। लखनऊ में पीएम मोदी के तीन कार्यक्रम हैं। पहले वह बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। उसके बाद वह कॉल्विन कॉलेज में रिक्शा संघ के कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वह अम्बेडकर महासभा में डॉ. अम्बेडकर की अस्थियों पर पुष्प भी चढ़ाएंगे। पीएम मोदी के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है।