लखनऊ। नोटबंदी की समय सीमा खत्म होने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री जनता से रुबरु थे शहर के रमाबाई अंबेडकर मैदान में। यहां वह बीजेपी की परिवर्तन रैली को संबोधित कर रहे थे। भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि करीब 10 लाख लोग इस रैली में प्रधानमंत्री को सुनने पहुंचे। रैली में लोगों को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी और बसपा को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि चैहद साल हो गये। दरअसल मुद्दा बीजेपी के वनवास का नहीं है, विकास के वनवास का है, उन्होंने एक बार जात-पात से ऊपर उठकर वोट करने की अपील जनता से की।
लखनऊ में आज की रैली में जुटी भारी भीड़ से प्रधानमंत्री काफी खुश दिखे। बोले- इससे पहले मुख्यमंत्री और अब प्रधान सेवक के रूप में कई रैलियां की हैं, लेकिन लखनऊ में आज आयोजित रैली में जितनी भीड़ है, उतनी बड़ी रैली को संबोधित करने का मौका नहीं मिला। उन्होंने साफ कहा कि ये मेरे जीवन की सबसे बड़ी रैली है।
Aur ek dal aisa hai jo parivar ka kya hoga usmein lage hue hain: PM Narendra Modi in Lucknow pic.twitter.com/BePqKNPLLa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 2, 2017
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि विरोधवाद की राजनीति करते-करते इनकी सियासी जमीन खिसक गई है। भारत की राजनीति की दशा-दिशा बदल गई है। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि अन्य दलों के लिए आगामी यूपी चुनाव सत्ता हथियाने का जरिया होगा लेकिन बीजेपी के लिए यह चुनाव हार-जीत का चुनाव नहीं है बल्कि जिम्मेवारी का चुनाव है। कहा कि यूपी में विकास सपा की प्राथमिकता नहीं है, उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या कारण है कि गन्ना किसानों के पैसे इतने सालों तक क्यों लटके रहे।
नोटबंदी, काला धन पर बोलते हुए सवाल किया कि क्या आपने आज तक सपा और बसपा को किसी मुद्दे पर एक राय रखते देखा है। अब नोटबंदी के मसले पर ये दोनों दल एक साथ आ गए हैं और ये मिलकर नारा दे रहे हैं कि मोदी को हटाओ।
पीएम ने कहा, कल टीवी देख रहा था। किसी को कहते सुना कि 14 साल बाद भाजपा का वनवास खत्म होगा। पर, बात भाजपा के वनवास की नहीं है। बात उत्तर प्रदेश के विकास की है, जिसका पिछले 14 वर्षो से वनवास हो गया है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं हिन्दुस्तान आगे बढ़े, हिन्दुस्तान से गरीबी मिटे, निरक्षता मिटे, बीमारी खत्म हो। लेकिन, हिन्दुस्तान का यह सपना तब तक पूरा नहीं होगा, जब तक उत्तर प्रदेश से ये सारी कठिनाइयां दूर नहीं होगी। हिन्दुस्तान का सपना पूरा करने के लिए पहली शर्त यह है कि हमें उत्तर प्रदेश का भाग्य बदलना होगा। उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाना होगा। तभी देश आगे बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के लोगों को ‘राजनीतिक समझ वाला’ करार दिया और प्रदेश में विकास के लिए भाजपा को वोट देने की अपील की। उन्होंने यह जोड़ा कि बहुमत ‘आधा-अधूरा नहीं, पूर्ण’ दें। मोदी ने कहा-जात-पात, अपने-पराये का खेल आप देख चुके हैं, सब सहन कर चुके हैं। एक बार जात-पात, अपने-पराये से ऊपर उठकर उत्तर प्रदेश के विकास के लिए चुनाव में वोट दीजिये और देखिये कि उत्तर प्रदेश बदलता है कि नहीं।
उन्होंने प्रदेश में किसानों की हालत को दयनीय करार देते हुए इसके लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बदलाव जरूरी है। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा और विपक्षी दलों बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तथा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, श्किसी को परिवार बचाना है तो किसी को पैसा। एक हम (भाजपा) ही हैं, जिसे उत्तर प्रदेश बचाना है। इसलिए भाजपा को वोट दीजिये।श्
इससे पहले इस रैली में बोलते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सपा में मचे घमासान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चाचा भतीजा प्रदेश का भला नहीं कर सकते. इस लिहाज से चुनाव में इनको हराकर बीजेपी को राज्य की सत्ता में लाना होगा तभी राज्य का भला हो सकता है।
बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा कि समाजवादी पार्टी को सिर्फ सत्ता से प्यार है, वहीं मायावती को नोटबंदी से परेशानी हुई क्योंकि उनके माला के नोट तहखाने में रखे रह गए।पीएम नरेंद्र मोदी पर सबसे बड़ा दावा उत्तर प्रदेश का है क्योंकि वे वाराणसी से सांसद हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नववर्ष की पूर्व संध्या नोटबंदी को लेकर कहा कि दीपावली के तुरंत बाद देश में शुद्धि यज्ञ का देश गवाह बना। उन्होंने इस मौके पर कई योजनाओं का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग नागरिकों को 10 साल की अवधि के लिये 7.5 लाख रुपये तक जमा पर आठ प्रतिशत ब्याज की गारंटी होगी। किसानों को बड़ी राहत देते हुए तीन करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड को रुपे कार्ड में बदलने की घोषणा की है।
इसके साथ ही छोटे व्यापारियों को भी कर में राहत देने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने गर्भवती महिलाओं के लिए एक राष्ट्रव्यापी योजना शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, देश के 650 से अधिक जिलों में सभी गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में पंजीकरण, टीकाकरण तथा पौष्टिक आहार के लिए छह हजार रुपये की रकम दी जाएगी।