नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को किसानों द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ किए जा रहे आंदोलन को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। साथ ही किसानों को भरोसा दिलाया कि कृषि कानूनों को लेकर सरकार हर शंका का समाधान करने को तैयार है। उन्होंने कहा, “किसानों को भ्रमित करने की साजिश चल रही है। उन्हें डराया जा रहा है कि नए कृषि सुधारों के बाद किसानों की जमीन पर दूसरे कब्जा कर लेंगे। आप बताइए, कोई डेयरी वाला आपसे दूध लेने का कॉन्ट्रेक्ट करता है तो वह आपके पशु ले जाता है क्या? देश पूछ रहा है कि अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे किसानों को फसल बेचने की आजादी क्यों नहीं मिलनी चाहिए।”
प्रधानमंत्री गुजरात के कच्छ में एक शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “कृषि सुधारों की मांग वर्षों से की जा रही थी। अनेक किसान संगठन भी पहले से मांग करते थे कि अनाज को कहीं भी बेचने का विकल्प दिया जाए। आज जो लोग विपक्ष में बैठकर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं, वे भी अपने समय में इन सुधारों का समर्थन करते रहे हैं। वे किसानों को बस झूठे दिलासे देते रहे। जब देश ने ये कदम उठा लिया तो वे अब किसानों को भ्रमित कर रहे है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं किसान भाई-बहनों से फिर कह रहा हूं कि उनकी हर शंका के समाधान के लिए सरकार 24 घंटे तैयार है। किसानों का हित पहले दिन से हमारी सरकार की प्राथमिकता रहा है।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज गुजरात और देश के महान सपूत सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि भी है। केवड़िया में उनकी दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा हमें दिन-रात एकजुट होकर देश के लिए काम करने की प्रेरणा देती है। आज कच्छ में भी नई ऊर्जा का संचार हो रहा है। सोचिए, हमारे कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड एनर्जी पार्क, जितने बड़े सिंगापुर व बहरीन देश हैं, उतना बड़ा कच्छ में हाइब्रिड एनर्जी पार्क होने वाला है।”
उन्होंने कहा, “एक समय कहा जाता था कि कच्छ इतनी दूर है, विकास का नामोनिशान नहीं है, कनेक्टिविटी नहीं है। चुनौती का एक प्रकार से ये दूसरा नाम था। आज स्थिति ऐसी है कि लोग सिफारिश करते हैं कुछ वक्त कच्छ में काम करने के लिए।”