अयोध्या/पुणे। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को अपराह्न 12:15 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमिपूजन करेंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।
पुणे में गोविंद देव गिरी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए 150 मेहमानों समेत 200 लोगों को आमंत्रित किया गया है।” उन्होंने आगे कहा, “भूमिपूजन से पहले प्रधानमंत्री मोदी भगवान राम और हनुमान गढ़ी मंदिर में भगवान हनुमान की पूजा करेंगे। सभी मुख्यमंत्रियों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा।“
राम जन्मभूमि पर भूमिपूजन का अनुष्ठान 3 जनवरी से ही शुरू हो जाएगा। अनुष्ठान के समन्वयक-संयोजक आचार्य इंद्रदेव शास्त्री के अनुसार पहले दिन गणपति पूजन एवं पंचांग पूजन के साथ अनुष्ठान की शुरुआत होगी। साथ ही वाल्मीकि रामायण एवं कई अन्य शास्त्रीय ग्रंथों का पाठ शुरू होगा। दूसरे दिन पाठ की निरंतरता के साथ रामार्चा पूजन और प्रवचन का क्रम संयोजित होगा जबकि भूमिपूजन के दिन शास्त्रानुकूल भूमिपूजन का पारंपरिक अनुष्ठान होगा। इसे 10 से 15 वैदिक आचार्य संपादित कराएंगे। इनमें चुनिंदा स्थानीय वेदज्ञों के साथ दिल्ली एवं बनारस के विद्वान शामिल होंगे।
इससे पहले 18 जुलाई को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अयोध्या में हुई बैठक में लिये गए निर्णय के बाद पांच अगस्त को भूमि पूजन का दिन तय किया गया था। ट्रस्ट की बैठक में ही भूमिपूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित करने का फैसला किया गया था और उसी दिन उन्हें आमंत्रण भेज दिया गया। बताया जाता है कि ट्रस्ट के आमंत्रण को प्रधानमंत्री कार्यकाल ने स्वीकृति दे दी थी।
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री 5 अगस्त 2020 को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजकर 10 मिनट तक अयोध्या में रहेंगे। इस दौरान वे भूमिपूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही वहां उपस्थित संत समुदाय को भी संबोधित करेंगे। सूत्रों के अनुसार भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए अयोध्या आंदोलन से जुड़े प्रमुख संतों एवं नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। इनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा आदि शामिल हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत के आने का भी कार्यक्रम है।