नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सीनियर कमांडर निसार अहमद तांत्रे ने खुलासा किया है कि उसे 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के कफिले पर हुए आत्मघाती कार बम विस्फोट के बारे में जानकारी थी।। निसार के मुताबिक इस हमले के मुख्य साजिशकर्ता मुदस्सिर खान ने उसे इस हमले में शामिल होने के लिए कहा था। जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर इस हमले की योजना बनाई गई थी।  हालांकि तांत्रे ने पुलवामा हमले में अपनी किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। त्रांत्रे को बीती 31 मार्च को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत प्रत्यर्पित किया गया था। वह जैश कमांडर नूर अहमद तांत्रे का भाई है और इस साल फरवरी में भारत से भाग गया था।

निसार अहमद तांत्रे जैश-ए-मोहम्मद का पहला बड़ा कमांडर है जिसने पुलवामा हमले में जैश का हाथ होने की पुष्टि की है। इससे भारतीय एजेंसियों का यह दावा सही साबित हुआ है कि पुलवामा हमला जैश नेतृत्व के आदेश पर किया गया था और मुदस्सिर खान वह व्यक्ति था जिसने इस हमले को अंजाम दिया। अब तक भारतीय जांच एजेंसियां ​​खुफिया इनपुट और कुछ निचले स्तर के जैश आतंकियों से हुई पूछताछ से मिली जानकारी पर निर्भर थीं।

आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि निसार अहमद तांत्रे का कश्मीर घाटी में जैश कैडर्स पर महत्वपूर्ण प्रभाव है, खासकर जब उसने 30 दिसंबर 2017 को लेथपोरा में सीआरपीएफ कैंप पर हमले की योजना बनाई। तांत्रे ने पूछताछ में बताया कि मुदस्सिर खान सोशल मीडिया एप के जरिए बात करता था और उसने उसे बीती  फरवरी के मध्य में पुलवामा में कहीं काफिले में विस्फोट करने की जानकारी दी थी।  राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया है कि मुदस्सिर खान ने तांत्रे से अत्मघाती हमले की की योजना तैयार करने  और उसे अंजाम देने के लिए मदद मांगी थी। मुदस्सिर खान का मानना था कि तांत्रे कश्मीर में जैश का एक सीनियर कमांडर है और उसकी मौजूदगी से इस हमले में शामिल आतंकियों का मनोबल बढ़ेगा। एनआईए अधिकारी ने कहा कि तांत्रे का यूएई जाने का समय संदिग्ध है। हो सकता है कि वह पुलवामा हमले की साजिश रचने में शामिल रहा हो और 14 फरवरी से दो हफ्ते पहले यूएई भाग गया।

error: Content is protected !!