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नयी दिल्ली/तिरुअनंतपुरम। केरल में यूथ कांग्रेस के सदस्यों द्वारा कथित रूप से सार्वजनिक तौर पर बछड़े को काटे जाने की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कड़ी निंदा की है। बूचड़खाने को मवेशियों की बिक्री पर केंद्र सरकार के रोक लगाने के विरोध में कांग्रेस और माकपा के ‘बीफ फेस्ट’ के दौरान शनिवार को यह घटना हुई। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से बछड़ा काटे जाने की इस घटना केरल ही नहीं पूरे देश में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।

राहुल गांधी ने घटना को ‘विचारहीन और नृशंस’ करार दिया है। उनका कहना था कि यह उनके लिए और उनकी पार्टी के लिए अस्वीकार्य है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘केरल में कल जो हुआ वह विचारहीन और नृशंस है और मुझे तथा कांग्रेस पार्टी दोनों के लिए पूर्णतरू अस्वीकार्य है। मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं।’

केरल भाजपा के अध्यक्ष के. राजशेखरन ने इस घटना का फोटो ट्विटर पर डालते हुए इसे निर्दयता का चरम बताया। उन्होंने कहा कि कोई भी सामान्य आदमी इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकता। राजग ने इस घटना को लेकर मंगलवार को विरोध दिवस मनाने का फैसला किया है। माकपा सांसद एमबी राजेश ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि अतार्किक तरीके के विरोध से बचा जाना चाहिए. ऐसी हरकत संघ परिवार की मदद करेगी।

चैतरफा आलोचनाओं के बाद कांग्रेस ने इससे पल्ला झाड़ लिया है। दिल्ली में पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों का पार्टी समर्थन नहीं करेगी। हालांकि बछड़ा काटकर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले युवा कांग्रेस कार्यकर्ता रिजील माकुल्टी ने कहा कि हमें अपनी कार्रवाई पर अफसोस नहीं है। इस बीच भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने माकुल्टी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

उधर, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि वह पशुओं को काटे जाने के लिए मवेशियों की बिक्री पर केंद्र के रोक के खिलाफ कानून बनाएंग। उन्होंने कहा कि केरल के लोगों को खानपान के लिए नई दिल्ली या नागपुर से सीखने की जरूरत नहीं है।

एजेन्सी

 

 

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