नई दिल्ली। भाजपा के तंज और वामदलों की तिलमिलाहट-नाराजगी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। वह इस बार उत्तर प्रदेश की अपनी परंपरागत अमेठी सीट के साथ-साथ वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं। नामांकन पत्र भरने के दौरान राहुल गांधी के साथ उनकी बहन व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद राहुल गांधी ने रोड शो भी किया।
राजनीतिक मामलों के जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के पीछे पार्टी को दक्षिण भारत में और मजबूती प्रदान करना भी है।
वायनाड सीट पर चुनाव लड़ने के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार के ऐसे तीसरे सदस्य बन गए जिन्होंने दक्षिण भारत की सीट से चुनाव लड़ा हो। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1978 में कर्नाटक के चिकमगलुर जबकि सोनिया गांधी ने 1998 में बेल्लारी से चुनाव लड़ा था।
वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल पर राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा था, “दक्षिण भारत में एक भावना है कि मौजूदा सरकार में उन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। दक्षिण भारत को लगता है कि प्रधानमंत्री उससे शत्रुता का भाव रखते हैं। उनको लगता है कि इस देश की निर्णय लेने की प्रक्रिया में उनको शामिल नहीं किया जा रहा है।”