नई दिल्ली। भारतीय टेलीविजन के इतिहास के सबसे लोकप्रिय धारावाहिक रामायण में राम की भूमिका निभाकर घऱ-घर में पहचान बना चुके अरुण गोविल गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनका भाजपा में शामिल होना काफी अहम माना जा रहा है।

मेरठ में जन्मे अरुण गोविल ने सहारनपुर और शाहजहांपुर में स्कूली शिक्षा हासिल की थी। इसके बाद मथुरा से बीएससी किया। उन्होंने पहली बार 1977 में आई राजश्री प्रोडक्शन की एक फिल्म में अभिनय किया था। लेकिन, असली पहचान मिली 1980 के दशक में धारावाहिक रामायण में भगवान राम के पात्र का अभिनय करके। अरुण गोविल के बाद बहुत से कलाकारों ने स्क्रीन पर भागवान राम का किरदार निभाया पर लोग आज भी मानते हैं कि उनके जैसा राम कोई नहीं बन पाया। खुद अरुण गोविल ने भी कभी नहीं सोचा था कि वह राम के किरदार को निभाकर लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच जाएंगे। रामायण के प्रसारण के दौर में कई लोग उनको साक्षात भगवान राम का प्रतीक मानकर उनके पांव छूते थे।

हालांकि लंबे समय तक वह चर्चाओं से परे थे लेकिन बीते साल कोरोना काल में एक बार फिर से दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण हुआ था। ऐसे में वह एक बार फिर से लाइमलाइट में आ गए थे। इस नए दौर में जब सोशल मीडिया का उभार हुआ है, तब अरुण गोविल भी एक बार फिर से खासे लोकप्रिय हो गए हैं। वह अकसर सोशल मीडिया पर रामायण सीरियल से लेकर अन्य तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखते रहे हैं।

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