हाई कोर्ट का फैसला आते ही करीब 34 साल पहले हुए इन दंगों को लेकर राजनीति गरमा गई। भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का एक अच्छा मौका मिल गया है। कांग्रेस ने भी भाजपा को गुजरात दंगों की याद दिलातेहुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है।

सज्ज्न कुमार की फाइल फोटो।

नई दिल्ली : दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) ने सोमवार को एक बड़ा फैसला देते हुए कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में हत्या की साजिश रचने का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। High Court ने कहा है कि सज्जन को आजीवन जेल में रहना होगा। अदालत ने उनसे 31 दिसम्बर तक आत्मसमर्पण करने और उससे पहले दिल्ली नहीं छोड़ने को भी कहा है। हाई कोर्ट का फैसला आते ही करीब 34 साल पहले हुए इन दंगों को लेकर राजनीति गरमा गई। भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का एक अच्छा मौका मिल गया है। सज्जन को दंगों के आरोप में सजा मिलने के बाद कमलनाथ पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। दूसरी ओर कांग्रेस ने भी भाजपा को गुजरात दंगों की याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है।

जेटली ने कांग्रेस पर बोला हमला

फैसले आने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ” हाई कोर्ट जिला कोर्ट के फैसले को उलटा किया है और उम्रकैद की सजा सुनाई है। हम इसका स्वागत करते हैं। सिखों की हत्या हुई और कांग्रेसी नेता भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे। सजा नहीं दी गई, जांच आयोग बिठाया और उसने सबको बरी किया और जो जुड़े थे उनको राज्यसभा का सदस्य बना दिया। जब अटल जी की सरकार आई तो सिखों को न्याय दिलाने की दिशा में नया प्रयास शुरू हुआ। कुछ दिनों पहले एक दोषी को फांसी की सुनाई गई थी और अब सज्जन कुमार को उम्रकैद हुई। यह विडंबना है कि यह फैसला आया उस दिन है जब सिख समाज जिस दूसरे नेता को दोषी मानता है, कांग्रेस उसे मुख्यमंत्री की शपथ दिला रही है।”  भाजपा संबित पात्रा ने इस मामले पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की मांग करने के साथ ही मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने जा रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमलनाथ को भी पदच्युत करने की बात कही। उन्होंने कहा, “आज से राहुल गांधी अपने आत्मा की आवाज में कैद रहेंगे। यह फैसला सिर्फ सज्जन कुमार के खिलाफ नहीं है बल्कि कांग्रेस पार्टी पर आरोप है।.” 

अकाली दल भी हमलावर
अकाली दल के संसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि कांग्रेस सिख समाज को यह जवाब दे कि कमलनाथ को कैसे मुख्यमंत्री बना दिया गया जबकि उनके साथी को सिख दंगा मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।  मैं समझता हूं कि अगर कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया तो उसे सिख समाज का गुस्सा झेलना पड़ेगा। 

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