नई दिल्ली। (Second wave of Corona) केंद्र सरकार ने आगाह किया है कि कोविड-19 (कोरोना) संबंधी स्थिति हाल के दिनों में बद से बदतर हुई है, यह बड़ी चिंता का कारण है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि आरटी-पीसीआर पर ध्यान केंद्रित कर जांच संख्या में वृद्धि की जाए, संक्रमित लोगों को तुरंत पृथक किया जाए, संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जाए और देखरेख संबंधी संसाधनों को मजबूत किया जाए। इस बीच निति आयोग ने भी चेताया है, “हम कई जिलों में बेहद ही गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं, पूरे देश पर खतरा है। वायरस को रोकने और जान बचाने के लिए सभी प्रयास किए जाने की जरूरत है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात में कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोत्तरी जारी है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश के 10 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा नए मामले हैं। ये जिले हैं- पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे, नाशिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु शहरी, नांदेड़, दिल्ली और अहमदनगर।
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 992 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,60,611 हो गई है। इसके अलावा 4 और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 11,016 तक पहुंच गई है। दिल्ली में संक्रमण की दर 2.70 प्रतिशत है। अधिकारियों ने कहा कि संक्रमण के कम मामले इसलिये आए हैं क्योंकि सोमवार को होली के चलते जांचें भी कम हुईं। राजेश भूषण ने बताया कि देश का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5.65 है जबकि महाराष्ट्र में यह 23 फीसदी, पंजाब में 8.82 फीसदी, छत्तसीगढ़ में 8, मध्य प्रदेश में 7.82, तमिलनाडु में 2.5, कर्नाटक में 2.45, गुजरात में 2.2 और दिल्ली में 2.4 फीसदी है। महाराष्ट्र में स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। राज्य में 3,37,928 सक्रिय मामले हैं। फरवरी के दूसरे सप्ताह में औसतन एक दिन में 3,000 नए मामले आते थे। आज मंगलवार को एक दिन में 34,000 मामले आए हैं। महाराष्ट्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में एक दिन में 32 मृत्यु होती थीं जो बढ़कर 118 हो गई है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में कोरोना के मद्देनजर लागू सभी पाबंदियों को 31 मार्च से बढ़ाकर 10 अप्रैल तक बनाए रखने का आदेश जारी किया है।