नई दिल्ली। नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कांग्रेस की कोशिश को उस समय करारा झटका लगा जब अधिकांश विपक्षी पार्टियों ने 27 दिसंबर को कांग्रेस द्वारा बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन से किनारा कर लिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर ‘व्यक्तिगत भ्रष्टाचार’ के आरोप लगाए हैं। माकपा, जद-यू, राकांपा और सपा का कहना है कि वे कांग्रेस द्वारा आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शामिल नहीं होगी।

नोटबंदी पर विपक्षी एकता में दरार उभरने के बीच माकपा ने सोमवार को फैसला किया कि वह कांग्रेस द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शामिल नहीं होगी। पार्टी ने इस फैसले के लिए ‘विभिन्न दलों के साथ मशविरे तथा समन्वय की कमी’ को वजह बताया।

 माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमने कांग्रेस द्वारा आयोजित विपक्षी दलों के संवाददाता सम्मेलन से दूर रहने का फैसला किया है क्योंकि विभिन्न दलों के बीच उचित सलाह-मशविरा और समन्वय नहीं किया गया है।’

उन्होंने कहा, ‘अधिकतर दलों के साथ न तो सलाह मशविरा किया गया और न ही बैठक के एजेंडा के बारे में सूचित किया गया। जिस तरह से बैठक बुलायी गयी, उससे कई दलों को आपत्ति है।’ राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘व्यक्तिगत भ्रष्टाचार’ के लगाए गए आरोपों के मुद्दे पर कांग्रेस विपक्षी दलों के बीच एकता का प्रयास कर रही है। उसकी योजना 27 दिसंबर को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा संयुक्त संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने की है।

येचुरी ने कहा कि कुछ दिन पहले उन्हें कांग्रेस नेतृत्व से एक फोल कॉल मिला जिसमें उन्हें 27 दिसंबर को संवाददाता सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया।

उन्होंने कहा, ‘लेकिन जब मैंने यह जानना चाहा कि बैठक का क्या एजेंडा होगा, कार्ययोजना क्या होगी और क्या सभी विपक्षी दलों को बुलाया गया है, तो मुझे कोई जवाब नहीं मिला।’

जद-यू नेता केसी त्यागी ने संवाददाता सम्मेलन पर कहा, ‘साझा एजेंडा उसमें होना चाहिए। हमने संवाददाता सम्मेलन में जाने का अभी फैसला नहीं किया है।’

राकांपा के वरिष्ठ नेता डीपी त्रिपाठी ने कहा कि ‘आठ नवंबर के नोटबंदी के गलत क्रियान्यवन पर हालांकि विपक्ष एकजुट है’ लेकिन उनकी पार्टी संवाददाता सम्मेलन में नहीं जा रही है। त्रिपाठी ने कहा कि कई पार्टियां नहीं आ रही हैं, इसलिए हम भी उसमें भाग नहीं ले रहे।

समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा, ‘हमने अभी फैसला नहीं किया है। अधिक जानकारी के लिए आप नेता जी (मुलायम सिंह यादव) से संपर्क कर सकते हैं।’

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