नई दिल्ली। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा भारत की जासूसी के लिए प्रयोग होने वाला ‘स्मेशएप एपलिकेशन’ को गूगल ने प्लेस्टोर से हटा दिया है। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों ने हाल ही में हुए पठानकोट एयरबेस में हमले के लिए इसी एप का प्रयोग किया गया था।
इसकी सहायता से सेना की टुकड़ी की मूवमेंट, आर्मी की स्थिति और अन्य खुफियां जानकारी हासिल की जा रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस जासूसी एप से न सिर्फ स्मार्टफोन्स को प्रभावित किया, बल्कि सैनिकों के निजी कंप्यूटर्स तक भी पहुंच बना ली। इसी के मद्देनजर गूगल ने प्लेस्टोर से इस एप को डिलीट कर दिया है।
जर्मन सर्वर से जुड़ा है एप
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह एप एक जर्मन सर्वर से जुड़ा है। इसे कराची का एक शख्स हैंडल करता था। जांच में पता चला था कि एप को जनवरी 2016 में पठानकोट में एयरफोर्स बेस पर हुए हमले के दौरान भी इस्तेमाल किया गया था।
स्मेशएप कंप्यूटर या फोन की सारी जानकारी को फोन से निकाल कर पाकिस्तान में बैठे आतंकियों तक पहुंचा देता है। एक बार इंस्टॉल किए जाने के बाद यह एप पर्सनल इन्फॉर्मेशन का ऐक्सेस थर्ड पार्टी को दे देता था। इससे फोन लॉग, टेक्स्ट मेसेज और डिवाइस में स्टोर फोटो तक का ऐक्सेस मिल जाता था।