नयी दिल्ली, 3 अगस्त। लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के समीप पोस्टर दिखाने और शोरशराबा करने वाले कांग्रेस के 25 सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबित करने के अपने निर्णय पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर जा जाने पर उन्हें ऐसी सख्त कार्रवाई करनी पड़ी।
सदन में अपनी इस कार्रवाई के बाद अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ आसन के समीप आना, पोस्टर दिखाना.. गलत है, नियमों के खिलाफ है। गलत धारना को तोड़ना जरूरी है। मैंने आज सुबह से प्रयास किया, पिछले आठ दिनों से यह बात कहती आ रही थी कि पोस्टर नहीं दिखाये।’’ उन्होंने कहा, लेकिन हद तो तब हो गई जब स्पीकर को सामने से पोस्टर से ढकने का प्रयास किया गया, मंत्रियों के आगे पोस्टर रखे गए।
कांग्रेस सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबित करने के फैसले के काफी सख्त होने के बारे में एक सवाल के जवाब में सुमित्रा ने कहा, ‘‘ मैं ऐसा कभी भी नहीं चाहती थी। यह मेरे स्वभाव में भी नहीं है.. सख्त कार्रवाई करना। ऐसी सख्त कार्रवाई करनी पड़ी क्योंकि स्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही थी। ’’ अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, ऐसा इसलिए किया था कि संसदीय लोकतंत्र में विरोधी पक्ष होता है। प्रजातंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार होता है। ‘‘ लेकिन सभी जगह बातों को नियम के तहत रखा जाता है। आसन के समीप आना, पोस्टर दिखाना.. गलत है।’’ सुमित्रा ने कहा, ‘‘ मेरा काम यह देखना है कि सदन का काम सुचारू रूप से चले, कोई अनहोनी न हो। मैंने अपना पूरा प्रयास किया कि इसे अच्छे ढंग से चलाया जाए।’’