नई दिल्ली/गांधीनगर। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एयर एशिया मामले में ‘कुछ धोखाधड़ी वाले सौदों’ से संबंधित आरोपों की जांच के लिये विभिन्न एजेंसियों को मिलाकर एक एसआईटी गठित करने को कहा है। उधर, गांधीनगर में कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार टाटा-मिस्त्री मामले पर ‘बारीकी से नजर’ रखे हुए है।
टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाये जाने के बाद साइरस मिस्त्री ने इस सौदे को लेकर कुछ आरोप लगाये हैं। स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि एसआईटी में सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय तथा सेबी से अधिकारियों को शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि इसमें कई तरह के ‘अपराध’ शामिल हैं।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि उन्होंने पूर्व में प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में एयर एशिया तथा विस्तार एयरलाइंस में भारतीय सहयोगी के रूप में रतन टाटा की भूमिका पर सवाल उठाये थे। स्वामी ने कहा कि उनकी भूमिका देश के कानूनों के पूरी तरह खिलाफ है।
एयर एशिया इंडिया में सौदों में गड़बड़ी के मिस्त्री के आरोप के बारे में विमानन मंत्रालय ने कहा था कि सभी मुद्दों पर गौर किया जाएगा और अगर नियमों का उल्लंघन हुआ है तो देश का कानून अपना काम करेगा।
उधर, गांधीनगर में कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार टाटा-मिस्त्री मामले पर ‘बारीकी से नजर’ रखे हुए है लेकिन फिलहाल वह अभी इस मामले में ‘हस्तक्षेप’ नहीं करना चाहती क्योंकि यह एक निजी समूह का ‘आंतरिक मसला’ है।
मेघवाल वित्त राज्य मंत्री भी हैं। मेघवाल ने कहा कि अभी तक सरकार को सेबी जैसे किसी भी नियामकीय प्राधिकरण ने इस मामले में दखल देने का कोई अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है। भविष्य में यदि सेबी ऐसा कुछ कहता है तो सरकार इस पर गौर करेगी।
गौरतलब है कि टाटा समूह की धारक कंपनी टाटा संस के निदेशक मंडल ने इस हफ्ते की शुरूआत में कंपनी के चेयरमैन साइरस मिस्त्री को हटाकर उनके स्थान पर रतन टाटा को समूह का अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया है। मिस्त्री ने कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्यों को लिखे एक गोपनीय ई-मेल में कंपनी के कार्या-व्यवहार के खिलाफ कई मुद्दों पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
भाषा