सलेम (तमिलनाडु)। कंधमपट्टी इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां छोटे भाई ने अपने बड़े भाई को घर में फ्रीजर में बंद करके रखा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बड़े भाई को फ्रीजर से रेस्क्यू कराया। उन्हें मरा समझकर पुलिस कार्रवाई कर रही थी कि तभी चलती सांसे देखकर उनको अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है। पुलिस ने पीड़ित के छोटे भाई पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सुरामंगलम पुलिस ने बताया कि बालासुब्रम्यम कुमार (73) एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। वह 15 साल पहले सेवानिवृत्त हो गए थे। उनकी पत्नी उषा की दो साल पहले मौत हो चुकी है। उनकी कोई संतान नहीं थी इसलिए वह अपने भाई श्रवणन (70) के घर रहने आ गए। पुलिस ने बताया कि श्रवणन ने शादी नहीं की थी और वह अपनी बहन की दो बेटियों जयश्री और सुधा के साथ रहते हैं। दो दिन पहले सुधा इलाज के लिए कोयम्बटूर गई थी। वहां एक प्राइवेट अस्पताल में उन्हें भर्ती कर लिया गया। घर में जयश्री, बालासुब्रम्यम और श्रवणन थे।
बालासुब्रम्यम जब सो रहे थे, श्रवणन ने शव रखने वाला फ्रीजर मंगवाया और उसके अंदर उन्हें रख दिया। अगले दिन जब फ्रीजर वाला फ्रीजर लेने पहुंचा तो उसने शव में हरकत देखी। उसने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बालासुब्रम्यम को रेस्क्यू कराकर अस्पताल में भर्ती कराया। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी श्रवणन को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पुलिस ने बताया कि हैरानी वाली बात है कि श्रवणन और जयश्री ने कहा कि उन्हें लगा कि बालासुब्रम्यम दो घंटे में मरने वाले हैं इसलिए उन्होंने फ्रीजर मंगवाकर उन्हें उसके अंदर बंद कर दिया था। पुलिस ने बताया कि 20 घंटे तक बुजुर्ग का शरीर फ्रीजर में बंद रहा।