नई दिल्ली। जिस बात की आशंका थी वैसा ही हुआ। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर (Third strain) शुरू होने की घोषणा कर दी है। संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस गेब्रेयेसस ने बुधवार को चेतावनी दी कि कई देश कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती फेज में आ चुके हैं। इस बीच यूबीएस सिक्योरिटीज
UBS Securities ने आगाह किया है कि डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों और वायरस के म्यूटेट होने से भारत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जल्द सच में बदल सकती है।

संयुक्त राष्ट्र (UN) की मीडिया विंग का कहना है कि दुनिया भर में लगातार चौथे हफ्ते कोरोना के मामलों में बढ़त दर्ज की गई है। 10 हफ्ते की गिरावट के बाद मौतें भी दोबारा बढ़ने लगी हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी कोरोना के मामलों और मौतों में हाल में हुई बढ़ोत्तरी को लेकर चेतावनी दी है।

डॉ टेड्रोस गेब्रेयेससने कहा कि कोरोना का वायरस लगातार खुद में बदलाव कर रहा है। इसके साथ ही यह ज्यादा संक्रामक होता जा रहा है। इसकाडेल्टा वैरिएंट अब 111 से ज्यादा देशों में पहुंच चुका है। यह जल्द ही पूरी दुनिया में भी फैल सकता है। इस वायरस का अल्फा वैरिएंट 178 देशों में, बीटा 123 देशों में और गामा 75 देशों में मिल चुका है।

ब्राजील, अमेरिका और स्पेन में बढ़े सबसे ज्यादा मामले

दुनिया में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा नए मामले ब्राजील में मिल रहे हैं। बीते 24 घंटों में इनकी संख्या 57 हजार से ज्यादा रही। पिछले हफ्ते यहां 3.49 लाख मामले मिले। हालांकि यहां नए मामलों में 14% की गिरावट आई है। इसी दौरान इंडोनेशिया में 45%, ब्रिटेन में 28%, अमेरिका में 67%, स्पेन में 61% तक मामले बढ़े हैं। दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में मौतों के मामले में भारत सबसे आगे है। यहां 6 हजार नई मौतें दर्ज की गई हैं। इसके बाद इंडानेशिया और बांग्लादेश हैं।

पाबंदियों में ढील की वजह से बढ़ा खतरा

यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया की मुख्य अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा है कि भारत कई राज्य पाबंदियों में ढील दे रहे हैं, बाजार खुल रहे हैं, इस वजह से तीसरी लहर का जोखिम और ज्यादा हो गया है। देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार भी धीमी पड़ने लगी है। पहले भारत में औसतन 40 लाख डोज हर दिन लगाए जा रहे थे। अब यह संख्या 34 लाख तक आ गई है। यह स्थिति इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि अब 45% केस ग्रामीण इलाकों में सामने आ रहे हैं। तन्वी गुप्ता जैन ने बताया कि देश के ज्यादातर कोरोना कासे 20% जिलों में मिल रहे हैं। यहां दूसरी लहर का ही असर खत्म नहीं हुआ है और तीसरी लहर की आहट सुनाई देने लगी है।

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